आस्था

मोक्षदा एकादशी पुराणों के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहा जाता है। द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन अर्जुन को भगवद् गीता का उपदेश दिया था। इसीलिए यह तिथि गीता जयंती के नाम से भी प्रसिद्ध है...

दुनिया भर में कई स्थान हैं, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्त्व एवं सांस्कृतिक विविधताओं के कारण प्रसिद्ध हैं। इन स्थानों में समुद्र, झरने, झीलें, पहाड़ और अन्य प्राकृतिक सौंदर्य सम्मिलित हैं।

मथुरा को उसके प्राचीन स्थल और धार्मिक जगहों के लिए जाना जाता है। यहां पर बना गीता मंदिर बहुत सुंदर और प्रसिद्ध है। मथुरा से 6 मील उत्तर में वृंदावन है। किंतु रेल मार्ग से जाने पर उसकी दूरी 9 मील होती है।

देश में गंगा, यमुना, गोदावरी और नर्मदा जैसी पवित्र नदियों का अपना महत्त्व है, तो वहीं सरयू नदी प्रभु श्रीराम के वनवास काल से लेकर उनकी अयोध्या वापसी और बैकुंठगमन तक साक्षी बनी। नदियों की बात...

श्रीमद्भगवद्गीता एक अद्भुत एवं अद्वितीय ज्ञानग्रंथ है, जो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि जीवन के प्रत्येक पहलू को समझने और जीने की कला को भी प्रस्तुत करता है। सार रूप में गीता...

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित धौलरा नामक स्थान पर मौजूद बाबा नाहर सिंह मंदिर में भक्तों की गहरी आस्था है। ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से मनोकामना मांगता है उसे बाबा नाहर सिंह जरूर...

8 दिसंबर रविवार, मार्गशीर्ष, शुक्लपक्ष, सप्तमी

स्वामी रामस्वरूप ‘वेद्यम’ पद का अर्थ जानने योग्य अर्थात वह निराकार, सर्वशक्तिमान परमेश्वर जो आदिदेव, सनातन पुरुष एवं जगत को आश्रय देने वाला एवं सबके कर्मों को जानने वाला होता है, वह ही जानने योग्य है… गतांक से आगे… श्लोक में कहा, ‘विश्वस्य परम निधानम’ अर्थात वह निराकार परमेश्वर समस्त जगत का आश्रय है। पिछले

राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज जी विश्व की बहुसंख्यक आबादी के अंदर आज सबसे बड़ी फरियाद यह है कि हमें कोई समझता नहीं या हमारी बातों को या हमारे मत को कोई समझता नहीं। यह बहुत ही आश्चर्य की बात है कि संबंधों में आपसी समझ की कमी के कारण आज परिवार के परिवार बिखर रहे हैं