एचआरटीसी बसों को न रेस्ट, न रिपेयर

वोल्वो से लेकर साधारण बसों के कभी रूट मिस, तो कभी रास्ते में खड़ी हो जाती हैं लंबी दूरी वाली गाडि़यां

धर्मशाला— हिमाचल पथ परिवहन निगम के बेड़े को नीली बसों ने तो खूब संभाला और मालामाल भी कर दिया, लेकिन अब फिर से व्यवस्था डगमगाने लग पड़ी है। लंबी दूरी के रूटों पर चलने वाली वोल्वो से लेकर साधारण बसों तक को न तो नियमित रूट के बाद नियमानुसार रेस्ट मिल पाती है, न ही पूरी तरह से रिपेयर हो पाती है। इसके चलते कई बार लांग रूट भी मिस करने पड़ जाते हैं या फिर गाडि़यां रास्ते में ही खड़ी हो जाती हैं, जिससे यात्रियों को अकसर परेशान होना पड़ता है। हालांकि अब कौशल विकास भत्ते के तहत निगम चालकों व परिचालकों की कमी को तो पूरा कर रहा है। परिवहन निगम के वाहन लांग रूट मिस कर दें, तो यात्रियों का सारा शेड्यूल ही बिगड़ जाता है। ऐसा ही एक वाक्या इसी सप्ताह हुआ। धर्मशाला से चंडीगढ़ की ओर जाने वाली बस के निर्धारित रूट मिस कर देने से यात्रियों को बहुत परेशान होना पड़ा। कई यात्रियों का सारा शेड्यूल ही बिगड़ गया। जब मामले की पड़ताल की, तो पता चला कि लांग रूट पर चलने वाले वाहनों को लंबी दूरी तय करने के बाद रिपेयर की आवश्यकता रहती है। उधर, परिवहन निगम के तकनीकी मैनेजर का कहना है कि मशीनरी कई बार फेल हो जाती है, लेकिन निगम प्रयास करता है कि वैकल्पिक व्यवस्था कर यात्रियों को सुविधा मुहैया करवाई जाए। कई बार दूसरे डिपो से भी गाडि़यां लेकर भेजी जाती हैं। रिपेयर के लिए भी समय दिया जाता है। अधिकतर रूटों पर बसें चलती रहती हैं। वहीं लंबे रूटों की बसों की रिपेयर ही नहीं, सर्दियों में शीशे आदि बंद रहने के चलते उन्हें दूसरे दिन रूट पर भेजने से पहले उन्हें धोना और साफ करना भी अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। इससे बामारियों से भी बचा जा सके। इन वाहनों में लंबी दूरी के अनेकों ऐसे यात्री भी सफर करते हैं, जो बीमारी के चलते बड़े शहरों में इलाज को निकलते हैं। साफ-सुथरे सफर में ही अन्य यात्री बीमारियों से सुरक्षित रह पाएंगे।

समय पर मेंटीनेस, तो नहीं होगी दिक्कत

निगम के बेड़े में हालांकि पिछले कुछ समय में नई गाडि़यां भी जोड़ी गई हैं, लेकिन पुराने वाहन कई बार धोखा दे जाते हैं। वाहनों को निर्धारित समय पर मेंटीनेस हो, तो वे रास्ते में भी साथ नहीं छोड़ते हैं। निगम की ऐसी व्यवस्थाओं से परेशान लोगों का कहना है कि लंबी दूरी के वाहनों का समय-समय पर निरीक्षण करने के साथ उनकी सर्विस व रिपेयर होती रहे, तो ऐसी परेशानी नहीं आएगी। वाहनों को रेस्ट व मेंटीनेस अनिवार्य है।