चुनावी शोर में खोला बसदेहड़ा कालेज, अब न शिक्षक-न शिष्य

ऊना— चारों ओर विधानसभा चुनावों का शोर मचा हुआ था। सत्तापक्ष द्वारा घोषणाएं, उद्घाटन, शिलान्यास किए जा रहे थे। इसी बीच ऊना विधानसभा क्षेत्र के तहत मैहतपुर-बसदेहड़ा डिग्री कालेज की घोषणा हो गई। बाकायदा कालेज की अधिसूचना सरकार द्वारा जारी कर दी गई। ऑनलाइन शिलान्यास भी सीएम द्वारा किया गया, लेकिन वर्तमान में इस कालेज का धरातल पर कोई भी नामोनिशान नहीं दिख रहा। वर्तमान में यह कालेज सीनियर सेकेंडरी स्कूल बसदेहड़ा में चार कमरों में चलाया जा रहा है, लेकिन इसमें न टीचिंग और न ही नॉन टीचिंग स्टाफ की व्यवस्था हो पाई है। और तो और कालेज को कोई भी विद्यार्थी भी नहीं मिल पाया है। चुनावी शोर में सरकार की ओर से नौ अगस्त, 2017 को मैहतपुर-बसदेहड़ा कालेज की अधिसूचना जारी कर दी गई। मुख्यमंत्री वीरभद्र द्वारा 19 सितंबर को कालेज का ऑनलाइन शिलान्यास भी किया। आनन-फानन में कालेज चलाने के लिए प्रक्रिया शुरू की गई, जबकि अधिसूचना के अनुसार यह कालेज आगामी शैक्षणिक सत्र 2018-2019 में चलाया जाना था। हालांकि कालेज इसी शैक्षणिक सत्र से चलाने के लिए प्रक्रिया अपनाई गई। प्रारंभिक चरण में सरकारी स्कूल में चार कमरों की व्यवस्था की गई। तीन शिक्षकों की तैनाती भी डेपुटेशन पर की गई। इन शिक्षकों को तीन माह के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन इनमें से भी दो शिक्षकों का तबादला अन्य कालेज के लिए कर दिया गया। वर्तमान में इस कालेज में न कोई शिक्षक है और न ही कोई विद्यार्थी। ऐसे में सरकारी स्कूल के चार कमरों में चलने वाला डिग्री कालेज सुचारू रूप से नहीं चल पाया। हालांकि यदि शैक्षणिक सत्र के प्रारंभिक दौर में कालेज चलाने की प्रक्रिया अपनाई होती तो शायद मैहतपुर क्षेत्र से अन्य कालेज में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल जाता, लेकिन बीच शैक्षणिक सत्र में कालेज चलाने की प्रक्रिया शुरू की गई। अब दिक्कत यह थी कि बाकी कालेजों से यहां बच्चे माइग्रेट भी नहीं हो सकते थे, वहीं दाखिला प्रक्रिया भी बंद हो चुकी थी। जिसके चलते मैहतपुर-बसदेहड़ा कालेज को चलाने की कवायद पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई। बहरहाल, अब आगामी शैक्षणिक सत्र से ही इस कालेज में दाखिला प्रक्रिया शुरू होने पर विद्यार्थियों के दाखिला होने की संभावना है, लेकिन विधानसभा चुनावों में कालेज खोलने का मुद्दा काफी गरमाया रहा।

कालेज खुलना अच्छी बात है, लेकिन अभी तक न इसके लिए जमीन है और न ही स्टाफ। बिना तैयारी के ही कालेज खोल दिया गया है। सरकारी स्कूल में कालेज चलाने की व्यवस्था की गई है, लेकिन इससे तो स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो सकती है

ओम प्रकाश काकू नगर परिषद उपाध्यक्ष

सरकार की ओर से कालेज चलाने की घोषणा कर दी गई है, लेकिन बिना तैयारी के ही कालेज चलाया गया है। अभी तक यहां पर बच्चों की व्यवस्था भी नहीं हो पाई है। न ही कालेज को स्टाफ मिल पाया है। कालेज के लिए आनन-फानन में ही घोषणा की गई है

मंजू चंदेल अध्यक्ष, नगर परिषद

कालेज खुलने से भविष्य में फायदा ही होगा। कालेज का सबसे ज्यादा लाभ क्षेत्र की छात्राओं को होगा, जिन्हें घरद्वार शिक्षा मिलेगी। साथ ही कालेज से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा

राजेंद्र कौर मैहतपुर-बसदेहड़ा

कालेज का लोगों को लाभ मिलेगा। क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, वहीं लोगों को भी रोजगार मिलेगा। सबसे ज्यादा लाभ क्षेत्र के विद्यार्थियों को मिलेगा

मनीष भारद्वाज मैहतपुर-बसदेहड़ा