द्रंग में 300 करोड़ का बड़ा कारखाना जल्द

सॉल्यूशन माइनिंग प्रोजेक्ट की औपचारिकताएं पूरी, 8.12 हेक्टेयर में खदान

शिमला – मंडी के द्रंग में नमक खान पर आधारित सॉल्यूशन माइनिंग का एक बड़ा प्रोजेक्ट जल्द स्थापित करने की तैयारी है। करीब 300 करोड़ की लागत से लगने वाले इस कारखाने पर आधारित तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। द्रंग में ही दूसरी खदान पर यह आधारित होगा। हालांकि हिंदोस्तान साल्ट लिमिटेड ने पहली खदान पर जो अरसे से बंद पड़ी थी, कार्य भी शुरू कर रखा है। इसकी माइनिंग लीज का क्षेत्र 8.1222 हेक्टेयर होगा, जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 7.653 टन होगी। एचएसएल के कंसल्टेंट भी इसके लिए अफसरों के साथ शिमला में बैठक पहले ही कर चुके हैं। मंडी के मोहाल भटोग गांव में यह कारखाना लगना है। उम्मीद की जा रही है कि इसके स्थापन से हजारों लोगों को जहां रोजगार मिलेगा, वहीं मंडी का नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर रोशन होगा। क्योंकि एशिया में प्राकृतिक खानों की फेहरिस्त में इस खान का सर्वोपरि स्थान है। मंडी का यह नमक हिमालय नमक के नाम से भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रसिद्ध है। सॉल्यूशन माइनिंग के बाद इस क्षेत्र की महत्ता और बढ़ेगी। इसमें सल्फ्यूरिक एसिड जैसे कई रसायनों के साथ-साथ खाद्य नमक का भी बड़े स्तर पर उत्पादन होगा। अभी तक पहली खदान से जो खनन का कार्य चल रहा है, वह कैटल फीड के लिए राष्ट्रीय मंडियों में ज्यादातर प्रयुक्त होती है। मंडी में साल्ट सॉल्यूशन माइनिंग पर आधारित प्रोजेक्ट उद्योग विभाग के विशेषज्ञों ने पूर्व राज्य भू-गर्भ वैज्ञानी श्री अग्निहोत्री के नेतृत्त्व में 15 वर्ष पहले तैयार किया था। यह राज्य सरकार को भी उस दौरान पेश किया गया, मगर आर्थिक दिक्कतों के चलते यह सिरे नहीं चढ़ पाया। यहां तक कि हिंदोस्तान साल्ट लिमिटेड को भी उस दौरान यह रिपोर्ट पेश की गई थी, मगर देर से ही सही, अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता के खत्म होते ही इसकी तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद यह शुरू होगा।

जिला में अब तक का बड़ा कारखाना

प्रोजेक्ट के लगने से हिमाचल के कैमिकल इंजीनियरर्स के साथ-साथ अन्य पढ़े-लिखे नौजवानों को भी नौकरियों के बड़े अवसर मिल सकते हैं। मंडी जिला में लगने वाला अब तक का यह बड़ा कारखाना होगा।