हिमाचल की दवाइयां घटिया

सीडीएससीओ के मानकों पर खरा नहीं उतर पाई आठ फार्मा कंपनियों की मेडिसिन

बीबीएन— केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की जांच में हिमाचल के आठ दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं सब-स्टैंडर्ड पाई गई हैं। ये दवाएं बद्दी, झाड़माजरी , संसारपुर टैरेस, परवाणू, पावंटा साहिब, नालागढ़ के उद्योगों में निर्मित हुई हैं। इसके अलावा देश भर की 23 अन्य दवा कंपनियों में निर्मित दवाएं भी गुणवत्ता मानक ों पर खरा नहीं उतर सकी हैं। इन दवाओं में  कैंसर, मलेरिया, बैकटीरियल इन्फेंक्शन, पेट के रोगों के उपचार, रक्त विकार, ब्लड प्रेशर, थायरायड, घुटनों के दर्द के उपचार सहित एंटी बायोटिक दवाएं शामिल हैं । यह दवाएं वजन में असमानता, विघटन, स्टेरलिटी, एक्सट्रेक्टेबल वॉल्यूम ,पार्टिकुलेट मैटर जैसे मानकों की पड़ताल में फेल हुई हैं। सीडीएससीओ के इस अलर्ट के बाद हरकत में आते हुए राज्य दवा नियंत्रक ने हिमाचल की दवा निर्माता कंपनियों को नोटिस जारी कर पूरा बैच बाजार से हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा दवा निरीक्षकों को सबंधित उद्योगों का निरी क्षण कर रिपोर्ट सौंपने की भी हिदायतें जारी की गई है। विशेषतौर पर उन उद्योगों पर निगरानी बढ़ाने का कहा गया है, जिनके उत्पाद बार-बार सब-स्टैंडर्ड पाए जा रहे हों।  बतातें चलें कि देश भर में परीक्षण के दौरान गुणवत्ता मानको ंपर खरा न उतरने वाले दवा उत्पादों के इस्तेमाल को रोकने के मकसद से केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन ड्रग अलर्ट जारी करता है।  जानकारी के मुताबिक सीडीएससीओ द्वारा जारी अक्तूबर माह के ड्रग अलर्ट में विभिन्न राज्यों में निर्मित 31 तरह की दवाइयां   मानक ों पर खरा नहीं उतर सकी हैं। इस जांच में प्रदेश के आठ दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं भी अधोमानक पाई गई हैं।  राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाहा ने बताया कि हिमाचल के जिन दवा उद्योगों की दवाएं गुणवत्ता के पैमाने पर खरी नहीं पाई गई हैं, उन कंपनियों को नोटिस जारी कर बाजार से इन दवाओं का पूरा बैच उठाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

पूरा बैच मार्केट से उठाने के निर्देश

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की जांच में जिन उद्योगों में निर्मित दवाइयां फेल हुई हैं, वे बद्दी, झाड़माजरी , संसारपुर टैरेस, परवाणू, पावंटा साहिब, नालागढ़ में स्थापित हैं। राज्य दवा नियंत्रक ने इन कंपनियों को नोटिस जारी कर पूरा बैच मार्केट से उठाने के निर्देश दे दिए हैं।