हैलो…हैलो… में अटके शाहपुर के आधा दर्जन गांव

दरगेला, ठंबा, बरबाला, रेहलू, भटेच्छ, टूडुं-ठारू के उपभोक्ता सिग्नल न होने से हो रहे परेशान

धर्मशाला – जिला कांगड़ा के शाहपुर के आधा दर्जन गांवों में मोबाइल में बस हैलो-हैलो तक ही बात हो पा रही है। शाहपुर के दरगेला, ठंबा, बरबाला, रेहलू, भटेच्छ, टूडुं और ठारू सहित अन्य गांवों में सभी मोबाइल टेलीकॉम कंपनियों के सिग्नल पूरी तरह से गायब हो गए हैं। मोबाइल में सिग्नल न होने से ग्रामीण पूरी तरह से परेशान हो गए हैं। आज के दौर में मोबाइल बात करने और इंटरनेट चलाने की बजाय मात्र टार्च के रूप में ही प्रयोग करने के लिए गांववासी विवश हो गए हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने अब टाबर लगार उचित सुविधा प्रदान करने की मांग उठाई है। क्षेत्र के लोगों को अति जरूरी फोन करने में भी आ दिक्कतें आ रही हैं। मोबाइल में किसी भी कंपनी के सिग्नल से बात नहीं हो पा रही हैं। शाहपुर के आधा दर्जन से अधिक गांवों के लिए महंगे स्मार्ट फोन मात्र टार्च के रूप में इस्तेमाल होने के लिए रह गए हैं। शाहपुर के ठंबा, दरगेला, भटेच्छ, बरबाला, रेहलू सहित अन्य गांवों में किसी भी टेलीकॉम कंपनी के मोबाइल सिग्नल नहीं है। क्षेत्र के गांवों में बीएसएनएल, जियो, एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सहित अन्य कंपनियों के सिग्नल लगभग पूरी तरह से गायब हो गए हैं। विभिन्न कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं को सुविधाएं प्रदान करने की बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हैं, लेकिन असल में ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक सिग्नल की समस्या का हल नहीं हो पाया है। शाहपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में से आदित्य शर्मा, कमल कुमार, मनोज, अंकू, अशोक कुमार शर्मा, रमेश चौधरी, सागर, प्रदीप कुमार, आंचल, सुनील, देशराज, अंकित, शक्तिचंद, रामदास, लखन राम, धीरज पठानिया, अमित जयकारिया, नीलम देवी, सपना कुमारी, चरनदास, सूरज कुमार, भैभव विशिष्ठ और राहुल का कहना है कि टेलिकॉम कंपनियों के सिग्नल मोबाइल से पूरी तरह से गायब हैं। उन्होंने कहा कि फोन में इंटरनेट चलाना तो दूर की बात हैं, महत्त्वपूर्ण फोन करने पर बात तक नहीं हो पा रही है। गांवों में पहुंचते ही टेलिकॉम कंपनियों के सिग्नल पूरी तरह से गायब हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में महंगे स्मार्ट फोन मात्र टार्च बनकर ही रह जाते हैं। उन्होंने बीएसएनएल सहित विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों से क्षेत्र में टाबर लगाकर सिग्नल की उचित व्यवस्था किए जाने की मांग उठाई है।