डिपुओं से कड़वा तेल-चीनी गायब

नहीं हो रही सप्लाई, बाजार से महंगे दाम खरीदना पड़ रहा राशन

शिमला— प्रदेश के राशन डिपुओं से इन दिनों कड़वा तेल गायब है। तेल की नई सप्लाई अभी भी नहीं पहुंची है, वहीं चीनी भी राशन डिपुओं से गायब है। हालांकि इनके सप्लाई आर्डर दिए जा चुके हैं, लेकिन भी तक यह अधिकतर डिपुओं में नहीं पहुंचे हैं। इससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों को चीनी व तेल बाजार से ही खरीदना पड़ रहा है। राज्य में राशन के डिपुओं में इन दिनों खाद्य तेल लोगों को नहीं मिल रहा है। हालांकि डिपुओं में सरसों के साथ-साथ रिफाइंड उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया गया है। यह उपभोक्ताओं पर निर्भर करता है कि वे कौन से तेल खरीदना चाहते हैं। वैसे प्रदेश में अधिकांश उपभोक्ताओं की पहली पसंद सरसों का तेल है। यही वजह है कि सरकार ने भी राशन डिपुओं में करीब अस्सी फीसदी हिस्सा सरसों के तेल को उपलब्ध करवाने का प्रावधान कर रखा है, जबकि रिफाइंड की मांग कम होने के कारण मात्र 20 फीसदी रिफाइंड डिपुओं में दिया जाता रहा है, लेकिन इन दिनों लोगों को डिपुओं में न तो सरसों का तेल मिल रहा है और न ही रिफाइंड। ऐसे में लोग बार-बार तेल के लिए डिपुओं के चक्कर काट रहे हैं। डिपुओं में जहां अबकी बार सरसों का तेल 72 रुपए और रिफाइंड तेल 63 रुपए के हिसाब मिलना है, वहीं बाजार से ये लोगों को डेढ़ से दोगुने दामों पर खरीदना पड़ रहा है। इसी तरह चीनी की सप्लाई भी डिपुओं में अभी नहीं हो पाई है। सरकार डिपुओं में  राशन कार्ड पर प्रति परिवार पांच सौ ग्राम चीनी सबसिडी पर दे रही है। केंद्र सरकार द्वारा चीनी पर सबसिडी खत्म करने के बाद अब राज्य सरकार खुद कम कीमत पर लोगों को चीनी दे रही है। बाजार में जहां 42 रुपए प्रति किलो के आसपास चीनी मिल रही है, वहीं डिपुओं में सरकार 29 रुपए किलो के हिसाब से चीनी उपलब्ध करवा रही है, लेकिन इसकी नई सप्लाई डिपुओं में नहीं पहुंची है।

आचार संहिता का रहा अड़ंगा

चुनाव आचार संहिता के चलते सप्लाई आर्डर जारी नहीं किए जा सके। इसके लिए चुनाव आयोग से नवंबर माह के आखिर में सप्लाई आर्डर जारी करने की मंजूरी मिल पाई। इसके बाद ही इनके सप्लाई आर्डर जारी हुए, लेकिन अभी तक इनकी सप्लाई डिपुओं में नहीं पहुंची है।