मुलाजिमों को सता रहा प्रबंधन

भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ का एचआरटीसी पर आरोप

 शिमला— हिमाचल पथ परिवहन निगम में कर्मचारियों के प्रतिपूरक अवकाश समाप्त करने के मामले में ड्राइवर-कंडक्टर यूनियनों के बाद अब भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ भी निगम प्रबंधन के खिलाफ लामबंद हो गया है। इस मामले को लेकर भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ ने निगम प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि निगम प्रबंधन कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेश शर्मा का कहना है कि एक ओर तो निगम प्रबंधन लीव रूल का हवाला देकर कर्मचारियों के प्रतिपूरक अवकाश समाप्त कर रहा है, वहीं दूसरी ओर स्वयं ही नियमों का उल्लंघन कर रहा है। महेश शर्मा का आरोप है कि लीव रूल के हिसाब से किसी भी कर्मचारी के चार से ज्यादा प्रतिपूरक अवकाश जमा नहीं किए जा सकते। उन्होंने कहा कि जब पूरे वर्ष में निगम प्रबंधन को नियमों की याद नहीं आई और कर्मचारियों को छुट्टियां प्रदान नहीं कीं तो अब उन्हें कौन से नियम और कानून याद आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को प्रतिमाह यदि छुट्टी दी जाती तो आज निगम कर्मचारियों को प्रताड़ना का शिकार नहीं होना पड़ता। उन्होंने कहा कि पहले कर्मचारियों को छुट्टी नहीं दी और अब जब कर्मचारियों के 30 से अधिक प्रतिपूरक अवकाश जमा हो तो नियमों और कानून का पाठ पढ़ाया जा रहा है। उधर, एचआरटीसी के ड्राइवर व कंडक्टर प्रतिपूरक अवकाश के लिए आवेदन कर रहे हैं। जानकारी के तहत कुछ कर्मचारी तो निगम प्रबंधन को स्पीड पोस्ट के माध्यम से छुट्टियों के लिए आवेदन कर छुट्टियों पर निकल गए हैं। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के पदाधिकारियों का दावा है कि एचआरटीसी के 70 फीसदी के करीब कर्मचारियों ने छुट्टियों के लिए आवेदन कर दिया है, वहीं श्रम प्रतिपूरक के हिसाब से शेष कर्मचारी छुट्टियों के लिए आवेदन कर रहे हैं। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के चेयरमैन मान सिंह ठाकुर ने बताया कि अधिकतर ड्राइवर-कंडक्टरों के इस माह के प्रतिपूरक अवकाश जमा हैं, जिनके लिए कर्मचारी 27 दिसंबर को संयुक्त रूप से आवेदन करेंगे। इससे प्रदेश में परिवहन व्यवस्था चरमरा सकती है।

छुट्टियां खत्म कीं तो आंदोलन

ऊना— परिवहन निगम के कर्मचारियों में प्रतिपूरक अवकाश खत्म करने के फरमान के बाद कर्मचारी वर्ग में हड़कंप मच गया है। रविवार को पथ परिवहन निगम के विश्रामगृह ऊना में परिवहन मजदूर संघ के नेताओं ने निगम को दोटूक चेतावनी दी है कि अगर अवकाश समाप्त करने का निर्णय तुरंत वापस न लिया तो संघ अपने हक को लेकर उग्र आंदोलन छेड़ने से पीछे नहीं हटेगा। संघ के प्रदेश सचिव एवं संयोजक हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम ठाकुर हकीकत राय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ड्यूटी प्रभारियों तथा क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा वर्कशॉप कर्मचारियों, चालक-परिचालक वर्ग का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों के जो भी अवकाश जमा हुए हैं। उन प्रतिपूरक छुट्टियों को निगम की ओर से निरस्त किया जा रहा है, जो कि इस वर्ग के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि निगम के करीब 6200 कर्मचारियों, चालकों और परिचालकों के करीब डेढ़ लाख अवकाश अधिकारियों द्वारा नियमों की आड़ में खत्म किए जा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि किसी भी कर्मचारी को समय पर छुट्टी नहीं दी जाती है। उन्होंने मांग की है कि निगम के अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों, चालकों और परिचालकों के अवकाश को खत्म करने के लिए जारी आदेशों को तुरंत वापस लिया जाए अन्यथा कर्मचारियों को संघर्ष की राह अपनाने को मजूर होना पड़ेगा। इस अवसर पर शक्ति कुमार, नरेश कुमार, संजीव कुमार, राम कुमार, विजय कुमार, सुरेंद्र कुमार, गगनदीप, पवन कुमार हैप्पी, सुभाष चंद, राकेश कुमार, कुलदीप कुमार, अविनाश, सतीश कुमार, अरुण कुमार, संदीप कुमार, जुगल किशोर, हरि सिंह, अमरीश कुमार और शशि पाल समेत अन्य लोग भी मौजूद थे।