लोटस इंटरनेशनल कान्वेंट सीसे स्कूल, रक्कड़

अश्वनी कुमार चेयरमैन

पंकज शर्मा प्रिंसीपल

जिला कांगड़ा में रक्कड़ के समीप सदवां में स्थापित लोटस इंटरनेशनल कान्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना सन् 2012 को हुई थी। स्कूल का कैंपस 2.5 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह प्रथम स्कूल है, जिसे अपने प्रथम सत्र में ही सीबीएसई की मान्यता प्राप्त हो गई थी।

छात्र संख्या-वर्तमान समय में नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक पढ़ने वालों की संख्या 1030 है। पूरे स्कूल को तीन भागों में विभाजित किया गया है। प्रथम ब्लाक में किंडरगार्टन, द्वितीय ब्लाक में प्राइमरी विभाग और तृतीय ब्लाक में सीनियर विभाग को रखा गया है।

शिक्षकों की संख्या- स्कूल में अध्यापकों की संख्या नॉन टीचिंग स्टाफ को मिलाकर 68 के करीब है। सभी अध्यापक वैल एजुकेटेड व मेहनती हैं।

पाठ्यक्रम– लोटस स्कूल में नर्सरी से लेकर 12वीं तक सीबीएसई पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई करवाई जाती है। इसके साथ ही 11वीं और 12वीं कक्षा को मेडिकल और नॉन मेडिकल संकाय विकल्प के रूप में पढ़ाए जाते हैं।

गतिविधियां- स्कूल का सबसे बड़ा उद्देश्य बच्चों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ अन्य खेलकूद, प्रश्नोत्तरी, डांस, म्यूजिक और अन्य गतिविधियां भी करवाई जाती हैं।

उपलब्धियां- शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। विद्यालय में हर वर्ष साइंस ओलंपियाड, मैथ्स ओलंपियाड, स्पेस ओलंपियाड आदि बौद्धिक परीक्षाएं करवाई जाती हैं, जिसमें बच्चे बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। स्कूल के छात्रों ने कई मेडल जीतकर स्कूल का नाम ऊंचा किया है।

यातायात के साधन- स्कूल में 15 बसें हैं। ये बसें बच्चों को सुरक्षित घरों से लाती और ले जाती है।

अनुशासन और स्वच्छता- लोटस स्कूल में अनुशासन का विशेष ध्यान रखा जाता है। अनुशासन को बनाए रखने के लिए बच्चों को समय-समय पर प्ररेणादायक भाषण दिए जाते हैं। अनुशासन के साथ-साथ बच्चों को स्वच्छता बारे भी प्रेरित किया जाता है।

शैक्षणिक भ्रमण- हम पढ़कर नहीं देखकर ज्यादा सीखते हैं। इसी बात को प्रतिभूत करने के लिए बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाया जाता है।

सुविधाएं- लोटस स्कूल में पुस्तकालय, खेल का मैदान, म्यूजिक, डांस रूम, कम्प्यूटर रूम, अन्य प्रयोगशालाएं, अनुभवी डाक्टरों द्वारा हर वर्ष मेडिकल चैकअप जैसी सुविधाएं स्कूल द्वारा दी जाती हैं। स्कूल में स्मार्ट क्लास द्वारा छात्रों को पढ़ाया जाता है। हर क्लास में प्रोजेक्टर लगे हुए हैं। छात्र व छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय उपलब्ध हैं।

शत-प्रतिशत परिणाम- स्कूल का वार्षिक परिणाम सीबीएसई बोर्ड में शत-प्रतिशत रहा है। पिछले वर्ष दसवीं और बारहवीं कक्षा का परिणाम शत-प्रतिशत रहा।

भावी योजनाएं – छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देना ही स्कूल का लक्ष्य है। इसके साथ ही भविष्य में स्कूल एनसीसी, एनएसएस के कैंप, प्रतिस्पर्धापूर्ण प्रतियोगिताओं की तैयारी जैसे 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियें के लिए एनडीए, पीएमटी, एआईईईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाएगी। अगामी वर्षों में स्कूल में तैराकी तालाब घुड़सवारी की कक्षाएं आदि स्कूल में चलाई जाएंगी।

– रक्षपाल शर्मा, गरली