सुबाथू के जंगल से दबोचे फरार कैदी

एक शातिर शुक्रवार तड़के, तो दो अन्य पुलिस ने दोपहरको पकड़े

शिमला— शिमला की कंडा जेल से मंगलवार को फरार हुए कत्ल व रेप के जुर्म में विचाराधीन तीनों कैदियों को आखिरकार शिमला पुलिस ने शुक्रवार को सुबाथू के जंगल से दबोच लिया। शुक्रवार तड़के एक आरोपी को सायरी के जंगल से पकड़ने के बाद पुलिस ने दो अन्य शातिरों को रडि़याणा के जंगल से शुक्रवार दोपहर को पकड़ा। तीनों को पकड़कर पुलिस टीम शिमला लाई है और उनसे पूछताछ का दौर जारी है। गौर हो कि शिमला की केंद्रीय जेल कंडा से तीन कैदी गत मंगलवार की रात फरार हो गए थे। गुरुवार को ये तीनों सतदोल पंचायत के समीप जंगल में देखे गए थे। बताया जा रहा है कि सतदोल प्राथमिक स्कूल की मिड-डे-मील वर्कर चंपा देवी ने गुरुवार को तीनों को जंगल में तब देखा, जब  वह पशुओं के लिए चारा लाने गई थी। पुलिस ने इन कैदियों के फोटो बांटे थे और मीडिया ने भी इनके फोटो दिखाए थे। बताया जा रहा है कि इन तीनों को जंगल में भटकते देख चंपा देवी को अंदाजा हो गया किये वही कैदी हैं, जोकि जेल से फरार हुए हैं। महिला ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को दी और गुरुवार दोपहर तक इसकी जानकारी पुलिस को भी दे दी गई। इसी बीच कैदियों को भी आभास हो गया कि कहीं वे पकड़े न जाएं। ऐसे में वे भी इधर-उधर बिखर गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी सतदोल पहुंची, लेकिन कैदी वहां से जंगल में गायब हो गए। पुलिस की टीम रात भर जंगल में इनको खोजती रही। सर्च आपरेशन की निगरानी शिमला की एसपी सौम्या साम्बशिवन खुद करती रहीं। पुलिस को शुक्रवार तड़के चार बजे पहली सफलता तब मिली, जब फरार कैदियों में से एक प्रेम बहादुर सायरी के जंगल में धरा गया। इसके बाद दिनभर पुलिस सुबाथू के साथ लगते रडि़याणा, कैंची मोड़ व कक्ड़हट्टी जाडला, गंभरपुल में नाका लगाकर सुबाथू की ओर आने-जाने वाले हर छोटे व बड़े वाहन की चैकिंग करने में लगी रही। पुलिस की टीम ने रडि़याणा के जंगल में व्यापक खोजबीन की और पुलिस को पहले एक कैदी लीलाधर हाथ लगा। इसके बाद तीसरा आरोपी प्रताप सिंह भी पुलिस ने धर दबोचा। एसपी शिमला सौम्या साम्बशिवन ने बताया कि इन तीनों खतरनाक कैदियों को पकड़ने में पुलिस ने पिछले तीन दिनों से काफी मेहनत और बेहतर कार्य किया। पुलिस टीम ने दिन-रात एक करके घने जंगलों में तरह-तरह की अड़चनों की परवाह किए बगैर अपनी पूरी ताकत इस मिशन में लगा दी। इसकी बदौलत हमने इन कैदियों को पकड़ लिया। एसपी ने पुलिस टीम को बधाई देते हुए उनकी पीठ भी थपथपाई। उल्लेखनीय है कि कंडा जेल के ए-ब्लॉक के बैरक नंबर-4 में रखे तीन नेपाली कैदी मंगलवार की रात को फरार हो गए थे। इस बैरक में कुल 28 अंडर ट्रायल कैदी थे। फरार हुए तीनों नेपाली मूल के कैदी बलात्कार, हत्या के अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किए गए थे। उन पर कुल्लू, शिमला और किन्नौर की अदालतों में केस चल रहे हैं।