अब द्रंग से बाबा रामदेव निकालेंगे चट्टानी नमक

मंडी— देश की जनता को अब चट्टानी नमक के लिए पाकिस्तान पर निर्भर नहीं रहना पडे़गा। भारत अब पाकिस्तान से चट्टानी नमक का आयात आने वाले समय में नहीं करेगा। चट्टानी नमक की देश में इकलौती खान दं्रग में सात वर्षों बाद फिर से उत्पादन शुरू होने के बाद अब इसकी आधिकारिक बिक्री शुरू हो गई है। यह खान मंडी जिला के दं्रग में स्थित है और जनवरी 2011 में यहां नमक का उत्पादन बंद हो गया था। वहीं अब दं्रग स्थित चट्टानी नमक की खान से 300 करोड़ का सेल्युशन माइनिंग प्रोजेक्ट लगाने का भी रास्ता अब साफ हो गया है। इस प्रोजेक्ट को सिंगल विंडो क्लीरेंस मिलने के बाद अब पर्यावरण मंत्रालय से भी अनुमति मिल चुकी है। वहीं इस कारखाने को अब शीघ्र स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड के तहत बनाने का भी प्रयास कर रही है। इसके लिए लिए वहीं हिंदोस्तान साल्ट माइन लिमिटेड ने बाबा रामदेव से संपर्क साधा है। पंतजलि द्वारा अपनी कई औषधियों में चट्टानी नमक का प्रयोग किया जाता है। ऐसे में केंद्र पतंजलि के साथ मिल कर इस योजना को पूरा करना चाह रहा है। सोमवार को दं्रग नमक खान से विधिवत नमक बेचने की शुरुआत करने के अवसर पर मंडी के सांसद राम स्वरूप ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि  नमक रिफाइनरी उद्योग लगने से यहां दो हजार बेरोजगार युवाओं को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। बता दें कि पूरे देश में चट्टानी नमक की मंडी जिला के दं्रग व गुम्मा में दो खाने हैं। जिसमें एक दं्रग की खान को फिर से शुरू क र दिया है। यहां एक टनल बना कर नमक निकाला जा रहा है, जबकि दूसरी टनल का काम भी पूरा होने को है। इसके बाद यहां पर 300 करोड़ के प्रस्तावित सेल्युशन माइनिंग कारखाना लगाने की योजना है। अभी दं्रग खान में बीस टन प्रति दिन नमक निकाला जाएगा, जबकि कारखाना लगने के बाद नमक के कई प्रकार निकलेंगे। चट्टानी नमक के बाद खाने का आयोडीन युक्त नमक, दवाइयों में इस्तेमाल होने वाला बोर्बिन, कास्टिंग सोडा और फर्टिलाइजर और अन्य उत्पाद भी निकलेंगे। यहां से विदेशों को भी नमक निर्यात किया जाएगा। वहीं हिंदोस्तान साल्ट माइन लिमिटेड कंपनी के एमडी  एसपी बंशल ने बताया कि की खान हर वर्ष 7000 से 10000 मीट्रिक टन नमक निकालेगी।  खदान में 58 मिलियन टन का कुल भंडारण मौजूद है। कंपनी ने खान पर आधारित सेल्युशन माइनिंग प्रोजेक्ट को लगाने के लिए डीपीआर तैयार कर ली है।

पांच से नौ रुपए किलो तक मिलेगा नमक

चट्टानी नमक को कंपनी द्वारा 9 रुपए किलोग्राम में बेचा जाएगा। इसमें बडे़ आकार के नमक को 9 रुपए किलो, मध्यम आकार के नमक को 7 रुपए और छोटे आकार के नमक को 5 रुपए किलोग्राम के हिसाब से बेचा जाएगा।