किसानों की जरूरतें पूरी कर रहा कृषि विश्वविद्यालय

जयराम बोले; 90 फीसदी आबादी खेती पर निर्भर, शून्य लागत प्राकृतिक कृषि परियोजना से मिलेगा लाभ

पालमपुर – कृषि विश्वविद्यालय राज्य में कृषि, पशु चिकित्सा तथा पशु विज्ञान के क्षेत्र में आवश्यकता आधारित अनुसंधान के लिए जाना जाता है। राज्य के विभिन्न भागों में कार्यरत 13 अनुसंधान केंद्रों तथा आठ कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से विश्वविद्यालय व्यापक प्रशिक्षण सहित किसानों की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। किसानों को उनकी आर्थिकी में सुधार करने में सहायता कर रहा है। ये शब्द मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में शून्य लागत प्राकृतिक कृषि पर आयोजित कार्यक्रम में कहे। इस दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की 90 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है और मेरा मानना है कि किसानों से सीधे तौर पर जुड़े कृषि कार्यक्रमों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इनके क्रियान्वयन में किसी प्रकार की देरी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पायलट परियोजना की शुरुआत करने से किसान समुदाय को इस शून्य लागत प्राकृतिक कृषि परियोजना से काफी लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि हमें कीटनाशकों के बजाय देशी खाद का उपयोग करके बड़े पैमाने पर शून्य लागत प्राकृतिक खेती प्रणाली को अपनाकर सिक्किम राज्य से आगे बढ़ना है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य से भ्रष्टाचार तथा सभी प्रकार के माफिया को उखाड़ फैंकने के राज्य सरकार के संकल्प को दोहराया। इस दौरान कार्यक्रम में कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत का धन्यवाद करते हुए कहा कि शून्य बजट प्राकृतिक कृषि तकनीक पर चर्चा करने के लिए यह एक बड़ा अवसर है। इससे पहले चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय में कृषि उद्देश्यों के लिए अपनाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं के अलावा शून्य बजट प्राकृतिक खेती पर विस्तृत विवरण भी प्रस्तुत किया। खाद्य, नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामले मंत्री किशन कपूर, शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, उद्योग मंत्री विक्रम सिंह, विधायक आशीष बुटेल, विक्रम जरियाल, मुल्कराज प्रेमी व रवि धीमान आदि उपस्थित थे

हेलिकाप्टर खराब, सड़क मार्ग से गए राज्यपाल

पालमपुर — हेलिकाप्टर में आई तकनीकि खराबी के कारण राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सड़क मार्ग से वापस शिमला जाना पड़ा। राज्यपाल आचार्य देवव्रत सोमवार को प्रदेश कृषि विवि में प्रदेश के पहले जीरो बजट प्राकृतिक खेती केंद्र की आधारशिला रखने और वैटरिनरी कालेज में नवनिर्मित एनिमल डिसीज इन्वेस्टीगेशन एंड रिसर्च लैबोरेटरी के उद्घाटन के लिए हेलीकाप्टर से पहुंचे थे। एसडीएम पालमपुर पंकज शर्मा ने कहा कि हेलिकाप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आ गई थी।