चुनाव आयोग पक्षपाती जाएंगे राष्ट्रपति के पास

नई दिल्ली— चुनाव आयोग द्वारा लाभ के पद मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। शनिवार को उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग आप सरकार के कामकाज से परेशान हैं और वे हमारी रफ्तार को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। आप नेता सिसोदिया ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने पक्षपात किया है और हम इसके खिलाफ राष्ट्रपति के पास जा रहे हैं। उधर, खबर है कि सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पर 20 विधायकों के साथ अहम बैठक हुई है। श्री सिसोदिया ने बताया कि हमने राष्ट्रपति से समय मांगा है। हमारे विधायक राष्ट्रपति को बताएंगे कि विधायकों से कोई सबूत नहीं मांगे गए थे। इस तरह की राय अगर दी गई है तो यह बिलकुल असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि हमें अपना पक्ष रखने का कोई मौका नहीं दिया गया। हम राष्ट्रपति से अपील करते हैं कि वह हमारी बात भी सुनें। उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस के लोग आप सरकार के कामकाज से घबरा गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार के आने से दिल्ली में कई बेइमान लोगों की दुकानें बंद हो गई हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने लाभ के पद के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि आज लाभ के पद की बात की जा रही है, जबकि हमारे विधायकों ने कोई लाभ नहीं लिया। किसी ने एक रुपया नहीं लिया।

लोकतंत्र खत्म करने की हो रही साजिश

आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की चुनाव आयोग की सिफारिश पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी नेता संजय सिंह ने शनिवार को कहा कि यह सब लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश है। श्री  सिंह और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने ताजा घटनाक्रम पर अपना पक्ष रखने के लिए यहां बुलाए गए विशेष संवाददाता सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोती को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एजेंट करार देते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री का एहसान चुका रहे हैं दूसरों की उन्हें कोई चिंता नहीं है। वह दूसरों को तो शिक्षा दे रहे है पर खुद ही गलत काम कर रहे हैं। दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त बनकर बैठे हैं, लेकिन गुजरात में सरकारी बंगले का लाभ उठा रहे हैं। श्री सिंह ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने आप के विधायकों का पक्ष सुनने की एक बार भी जरूरत नहीं समझी और एकतरफा फैसला ले लिया।