तालिबान को कसे पाक

काबुल हमले के बाद भड़का अमरीका; कहा, आतंकी नेताओं को करें निष्कासित

वाशिंगटन— आतंकवाद के खिलाफ ‘पर्याप्त कार्रवाई’ नहीं करने से नाराज अमरीका ने एक बार फिर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। अमरीका ने कहा कि इस्लामाबाद तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करे, जो अफगानिस्तान की सीमा पर आतंकवादी गतिविधियां चला रहे हैं, ताकि पाकिस्तानी जमीन का इस्तेमाल ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नहीं हो सके। काबुल स्थित इंटर-कॉन्टिनेंटल होटल पर हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान द्वारा लिए जाने के बाद व्हाइट हाउस की ओर से यह बयान जारी किया गया है। इस हमले में कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई थी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि हमने पाकिस्तान से तत्काल तालिबनी नेताओं को गिरफ्तार या निष्कासित करने को कहा है, ताकि यह समूह पाकिस्तानी जमीन का इस्तेमाल आंतकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए न कर पाए। सारा ने कहा कि अफगानिस्तान में जहां काबुल स्थित एक होटल पर आतंकवादी हमला किया गया है, नागरिकों पर ऐसे हमले केवल हमारे सहयोगी अफगान के प्रति हमारे समर्थन के संकल्प को और मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि हम अफगान सुरक्षाबलों की त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई की सराहना करते हैं। हमारे सहयोग से अफगान बल लगातार अफगानिस्तान के दुश्मनों का खदेड़ता रहेगा, जो दुनिया भर में आतंक फैलाना चाहते हैं।

पाकिस्तान ने मांगा सबूत

अमरीकी की ओर से आर्थिक रोक के बाद पाकिस्तान भी आक्रामक हो गया है। व्हाइट हाउस ने पाकिस्तान को अपनी धरती से तालिबानी आंतकियों को ‘बाहर करने या गिरफ्तार करने’ को कहा तो पाक ने इसके सबूत मांग लिए। अमरीका में पाकिस्तान के राजदूत ने दावा किया कि उनका देश पहले ही उन्हें बाहर कर चुका है और किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं हे रहा। साथ ही उन्होंने अपने यहां आतंकियों के पनाहगाह देने का सबूत देने की खुली चुनौती दे डाली। अमरीका में पाकिस्तान के राजदूत अजीज अहमद चौधरी ने कहा कि उनके देश की सैन्य फोर्स ने अपने यहां से सभी आतंकियों का सफाया कर दिया है। आतंकी गतिविधियों के सभी ठीकानों को खत्म कर दिया गया है। अगर किसी को लगता है कि अभी भी वे यहां पर हैं तो हमें बताएं कि वे यहां पर किस जगह सुरक्षित हैं। राजदूत ने कहा कि यह खुली चुनौती है।