नगर पंचायतें जनता की मर्जी से

स्थानीय निकाय के विस्तार पर मुख्यमंत्री बोले, जबरन शामिल क्षेत्रों को राहत देगी सरकार

बैजनाथ, जोगिंद्रनगर— बिना सहमति नगर पंचायतों में शामिल किए लोगों को निकालने का प्रयास सरकार करेगी। शीतकालीन प्रवास के दौरान बैजनाथ पहुंचे मुख्यमंत्री यह बात कही। उन्होेंने कहा कि नगर पंचायतों के विस्तार से पहले जनता की राय ली जाएगी। इससे पहले जोगिंद्रनगर में जयराम ठाकुर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चार वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री के कामकाज पर कोई भी सवाल नहीं उठा सका है और इसी कारण भाजपा देश में अगले कई वर्षों तक शासन करेगी । उन्होंने कहा कि पर्यटन को और अधिक प्रोत्साहन देने तथा लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री उड़ान(उड़े देश का आम नागरिक) योजना के दूसरे के दूसरे चरण में शामिल किया जाएगा।  श्री ठाकुर ने कहा कि लोगों द्वारा सड़कों के लिए की गई मांग को निश्चित तौर से आगामी बजट में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत पांच स्थानीय सड़कों के लिए 24.58 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है और निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने गुम्मा से खारसा, शानन-अर्थी, पिटु नाला-गदुही सड़क, बालकपुरी से दराज बंगला और चौंतड़ा-टिक्करी मसेड़ा सड़क के लिए 10 करोड़ रुपए की घोषणा की।  उन्होंने मुलथान और बरोट के बीच निर्मित किए जाने वाले पैदल पुल के निर्माण की घोषणा की,जो कुछ वर्ष पहले बह गया था। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने बच्चों को पोलियो बूंदें पिलाकर राज्य में पोलियो टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया।   इस अवसर पर हिमालयन ग्रुप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टीच्यूशन स्कूल ऑफ  नर्सिंग के निदेशक राजेंद्र मंडयाल ने मुख्यमंत्री को 51000 रुपए का चेक, व्यापार मंडल जोगिंद्रनगर ने 11000 रुपए और भाजपा युवा मोर्चा सदस्य शक्ति राणा ने 5100 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए भेंट किया।

खल रही सांसद शांता कुमार की कमी

जयराम ठाकुर ने कहा कि शीतकालीन प्रवास के दौरान उन्हें सांसद शांता कुमारी कमी खल रही है। हालांकि मैं दिल्ली में उनसे आशीर्वाद लेकर लौटा हूं। सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि एक महीने बाद भी भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया, तो उन्हें बताना चाहता हूं कि कांग्रेस द्वारा रखे गए टायर्ड-रिटायर्ड लोगों को घर भेजकर सबसे महत्त्वपूर्ण काम किया, वहीं बुजुर्गाें के लिए पेंशन आयु 80 से घटाकर 70 साल की है। जयराम ने कहा कि सरकार जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेगी।