पर्यावरणीय चिंताएं

डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर

सर्दियां सिर्फ ठंड लेकर नहीं आतीं, बल्कि इसके साथ बर्फ की चादर में लिपटा एक पूरा पर्यटन सीजन हिमाचल में पेश होता है। लेकिन मौसम के बदले मिजाज के बीच पर्यटन संभावनाएं भी अब मुंह चिढ़ाने लगी हैं। जिस शिमला में कभी ठंड के रिकार्ड टूटते थे, आज गर्म एहसास के साथ भावी चिंताओं में गुमसुम है। क्या इसके बाद भी मानव में इतनी जुर्रत बची है कि वह पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ जारी रखे?