पूर्व विधायकों को जलील कर रहे एचआरटीसी कंडक्टर

नगरोटा बगवां के एक्स एमएलए भाटिया ने सरकार को लिखी पाती, जारी पास नहीं मान रहे परिचालक

नगरोटा बगवां— नगरोटा बगवां से तीन बार विधायक रह चुके राम चंद भाटिया को एचआरटीसी बस में जलील होना पड़ रहा है। उन्हें प्रदेश विधानसभा सचिव द्वारा हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस में मुफ्त यात्रा का पहचान पत्र जारी किया गया है, बावजूद इसके पूर्व विधायक से बस परिचालक द्वारा बदसलूकी की जा रही है। श्री भाटिया ने परिवहन मंत्री सहित निगम के अधिकारियों से लिखित खत के जरिए स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि निगम की बसों के कंडक्टर विधानसभा सचिव द्वारा जारी पास को भी न मानकर अभद्र व्यवहार पर उतर रहे हैं, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने अलग-अलग समय निगम की बसों में किए गए सफर का हवाला देते हुए परिचालकों के साथ हुई कहासुनी का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया है, जहां उन्हें सबके सामने जलील होना पड़ा है। उनका कहना है कि परिचालक जारी पास को वैध मानने को तैयार नहीं, जबकि सरकार के नियमों के मुताबिक विधायक तथा पूर्व विधायकों को यह विशेष अधिकार प्राप्त है। उनका कहना है 25 अक्तूबर, 2017 को निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक से शिकायत करने के बावजूद निगम के अधिकारियों ने न तो स्थिति स्पष्ट करना जरूरी समझा और न ही परिचालकों को इस बाबत कोई दिशा-निर्देश जारी किए। पूर्व विधायक ने दो टूक शब्दों में कहा है कि यदि निगम का यही रवैया रहा तो वह मामले को विधानसभा की विशेषाधिकार समिति तक ले जाएंगे। राम चंद भाटिया वर्ष 1982 से 1992 तक नगरोटा बगवां से विधानसभा सदस्य रहे है तथा आज तक उन्होंने ने अपना कोई भी दोपहिया या चौपहिया वाहन नहीं रखा। वह आज भी सार्वजनिक वाहनों में यात्रा करते हैं।

आरएम से कोई निर्देश नहीं मिले

राम चंद भाटिया ने कहा कि उन्होंने 21 दिसंबर को आरएम बैजनाथ को पत्र संख्या 8031-2017 में डिपो के तीन परिचालकों पर कार्रवाई के लिए लिखा था। फिर आठ जनवरी, 2018 को जब वह नगरोटा बगवां डिपो की बस (एचपी-68-5011) में डेढ बजे मटौर से नगरोटा बगवां आ रही बस जिसक रू जम्मू-बैजनाथ था, के कंडक्टर ने पास मानने से इनकार कर दिया और कहा कि पूर्व विधायक का पास नहीं चलता। आरएम कार्यालय से इस बारे में कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।