भरमौर एनएच पर लावारिस पशुओं का डेरा

मैहला – पठानकोट- चंबा- भरमौर एनएच मार्ग पर रजेरा से राख तक लावारिस पशुआें के डेरा डालने से आवाजाही काफी रिस्की होकर रह गई है। मार्ग के बीचोंबीच पशुओं के बैठे रहने से वाहन चालकों को खासी एहतियात बरतनी पड़ रही है। वाहन चालकों के इन पशुओं को बचाते वक्त जरा सी लापरवाही किसी भी वक्त बडे़ हादसे का कारण बन सकती है। इलाकावासियों ने जल्द एनएच प्रबंधन से मार्ग पर डेरा डाले लावारिस पशुओं को हटाकर आवाजाही को सुगम बनाने का आग्रह किया है। ग्रामीण महेश, सुरिंद्र, अम्बिका राम, हितेंद्र, उमेश, कपिल व सोहनलाल का कहना है कि पिछले कुछ अरसे से एनएच के उपरोक्त हिस्से में लावारिस पशुओं की तादाद में काफी इजाफा दर्ज किया गया है। उन्होंने तर्क दिया है कि पंचायत स्तर पर लावारिस पशुओं के लिए गोसदन का निर्माण होने के बावजूद समस्या घटने की बजाय बढ़कर रह गई है। उन्होंने बताया कि लावारिस पशुओं को बचाते वक्त कई बार वाहन हादसे का शिकार होते-होते बचे हैं। उन्होंने बताया कि रजेरा से राख तक के हिस्से पर लावारिस पशुओं के झंडु मार्ग के बीचोंबीच बैठे रहते हैं। वाहन के हार्न आदि बजाने पर बेलगाम होकर इधर-उधर भागने लगते हैं, जिससे राहगीरों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बहरहाल, ग्रामीणों ने भरमौर एनएच के रजेरा से राख मार्ग पर डेरा जमाए लावारिस पशुओं को हटाकर समस्या का स्थाई हल कर राहत पहुंचाने की गुहार लगाई है।