रिपोर्ट का इंतजार, कसेगा शिकंजा

गर्भवती की मौत मामले पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई

शिमला – जिला शिमला की मुंडाघाट तहसील के कैंथाढाला की गर्भवती महिला  की मौत के मामले से प्रदेश भर की गर्भवती महिलाएं आहत हैं। गर्भवती महिला सीता की मौत के क्या कारण रहे व क्या एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी की वजह से महिला की मौत हुई है या फिर महिला को कोई और समस्या थी, जिस वजह से उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, फिर बर्फबारी की वजह से राजधानी में लगा जाम महिला की मौत का कारण बन गया। इन सभी सवालों के जवाब पुलिस प्रशासन भी ढूंढने में लगा है, तो वहीं अब स्वास्थ्य विभाग ने भी इसके बारे में रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने जल्द इस पूरे प्रकरण का ब्यौरा 108 एंबुलेंस संस्था से मांगा है और कहा है कि अगर इसमें एबुलेंस के कर्मी या 108 एंबुलेंस संस्था की कोई लापरवाही होती है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उधर, स्वास्थ्य विभाग के निदेशक बलदेव सिंह ने बताया कि अभी विभाग के पास इस मामले को लेकर ब्यौरा नहीं पहुंचा है। जैसे ही दुर्घटना का ब्यौरा पहुंचेगा व उसमें अगर 108 एंबुलेंस संस्था की गलती पाई जाती है, तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

दुर्घटना का कोई ब्यौरा नहीं

हैरानी की बात है कि इस घटना को हुए तीन दिन हो चुके हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी अभी तक इस प्रकरण में किसकी गलती रही है व एंबुलेंस में महिला की मौत कैसे हुई, स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानने के लिए अभी तक कोई कमेटी गठित नहीं की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिला की एंबुलेंस में हुई मौत के कारणों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं व विभाग में जल्द इसके बारे में ब्यौरा मांगा है।