इनेलो की किसान रैली सात को

पंचकूला जिलाध्यक्ष ने कोना के ग्रामीणों को दिया जंतर-मंतर चलने का न्यौता

पिंजौर— बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और सात मार्च की दिल्ली जंतर-मंत्र पर होने वाली इनेलो की किसान रैली को लेकर दून क्षेत्र के गांव कोना में किसान रैली के कालका हल्का प्रभारी एवं पंचकूला जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने आसपास के गावों के कार्यकर्ताओं के साथ मिटिंग में मंथन किया और कहा कि इसके लिए कार्यकर्ता लोगों के बीच जाएए जहां पार्टी की नीतियां आम लोगों को बताए, वहीं भाजपा के कुशासन से भी लोगों को अवगत करवाते हुए दिल्ली में किसान रैली में पहुंचने का आहवान करें। पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने संबोधन के दौरान कहा कि भाजपा के हाथों में प्रदेश की सत्ता सोंपना एक बड़ी भूल थी और इस भूल को जनता ने एक ऐसे कुशासन के रूप में झेला की आज प्रदेश विकास की राह से कई साल पीछे चला गया। युवाओं के साथ नौकरी के नाम पर छलावे के अलावा कुछ नही मिला और नौकरी के लिए फार्म भरवा कर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसा इकठ्ठा किया गया और फिर उन भर्तियों को लटका दिया या फिर स्थगित कर दिया गया। जिससे युवा को लूटा तो गया, लेकिन उसे आज नौकरी के लिए केवल परेशानी ही मिली। चौधरी ने कहा कि नए राशनकार्ड बनाने मामला ठंडे बस्ते में पड़ा और लोग परेशान हो रहे है। सरकार का दावा था कि राशनकार्ड की कापियां प्रिंट हो गई हैं तो फिर राशनकार्ड बनाने में देरी क्यों हो रही है। प्रदीप चौधरी ने मीटिंग के अंत में कहा कि संगठनात्मक दृष्टि से इनेलो प्रदेश में सबसे बड़ा दल हैए जिसके लिए कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैए जिन्होंने संगठन के लिए कड़ी मेहनत की और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की विचारधारा को जीवित रखा। सोशल मीडिया इस बात की गवाह है कि किस प्रकार इनेलो के शीर्ष नेताओं के कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ रही है। क्योंकि भविष्य के आइने में इनेलों की सरकार बनने की झलक नजर आ रही है। वही चौधरी ने अमित शाह की जींद रैली पर कहा कि एक लाख बाइक की बाते करने वालों की रैली में 20 हजार भी बाइक नही पहुंची थी।