उत्तराखंड का लाल शहीद

जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमले में हुए थे घायल; शोक में डूबा प्रदेश, सीएम ने दी श्रद्धांजलि

देहरादून— उत्तराखंड का एक और लाल आंतकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया है। जम्मू कश्मीर के सुजवां में हुए आतंकी हमले के दौरान जवान राकेश रतूड़ी घायल हो गए थे। उन्होंने मिलिट्री हास्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। जम्मू कश्मीर के सुजवां में दो दिन पहले फिदायिन हमला हुआ था। इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए हवलदार राकेश रतूड़ी (44 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। सेना के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। जवान राकेश रतूड़ी मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के पाबौ ब्लॉक की पट्टी बाली कंडारस्यूं स्थित सांकर सैंण गांव के रहने वाले थे। सालभर पहले ही उन्होंने देहरादून प्रेमनगर बड़ोवाला में मकान बनाया था। माता-पिता के साथ ही अन्य परिजन के लोग गांव में रहते हैं। वह अपने पीछे पत्नी नंदा देवी और दो बच्चों नितिन और किरण को छोड़ गए हैं। शहीद के चाचा कर्मचारी नेता शेखरानंद रतूड़ी ने बताया कि महार रेजीमेंट में तैनात राकेश साल 1996 में फौज में भर्ती हुए थे। वह तीन जनवरी को छुट्टी पर आए थे और नौ जनवरी को वापस चले गए। पिछले तीन दिन से उनका फोन नहीं उठ रहा था। इस वजह से परिवार चिंतित था, लेकिन सोमवार रात उन्हें राकेश की शहादत की खबर मिली। जिसके बाद घर वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शहीद रतूड़ी का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून स्थित घर लगाया गया।

शहादत पर मुख्यमंत्री रावत का नमन

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुंजवा आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के जवान राकेश चंद्र रतूड़ी की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शहीद के परिजनों की हर सम्भव सहायता करेगी। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने सुंजवा आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद सैनिकों की शहादत पर नमन किया है।