कन्या भ्रूण हत्या में फंसा घुमारवीं का निजी क्लीनिक

हमीरपुर पुलिस ने बिछाया जाल; क्लीनिक सील, प्रबंधक गिरफ्तार

हमीरपुर — हमीरपुर पुलिस की महिला टीम ने बिलासपुर के घुमारवीं में कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले एक निजी क्लीनिक का पर्दाफाश किया है। शनिवार शाम को जाल बिछाकर की गई इस कार्रवाई में क्लीनिक के प्रबंधक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर क्लीनिक को सील कर दिया गया है। डीएसपी हमीरपुर रेणु शर्मा की अगवाई में इस टीम का गठन किया गया था। इसमें डीएसपी रेणु शर्मा, एसआई पूजा, सीएमओ हमीरपुर सावित्री कटवाल व डीपीओ चाइल्ड वंदना चौहान शामिल थीं। मिशन को नारी शक्ति नाम दिया गया था। रविवार को प्रेस वार्ता में उपायुक्त हमीरपुर राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने मामले की पूरी जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने बताया कि कुछ दिन पहले एक महिला घुमारवीं में वर्षों से चल रहे एक क्लीनिक के खिलाफ लिंग जांच की शिकायत लेकर आई थी। उसने बताया कि हमीरपुर के निजी क्लीनिक में उपमंडल नादौन से कार्यरत कर्मचारी ने उसे लिंग जांच करवाने के लिए कहा है। इसके लिए हजारों रुपए की डिमांड की गई। इसके बाद पुलिस विभाग की बैठक बुलाई गई। बैठक में एसआई पूजा को मामले का पटाक्षेप करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। सब-इंस्पेक्टर पूजा शिकायतकर्ता की बहन बनकर हमीरपुर के निजी क्लीनिक में तैनात कर्मचारी से मिली। इसके बाद पूरी जानकारी हासिल की गई। महिला ने बताया कि वह घुमारवीं के एक क्लीनिक में लिंग जांच करवाती है। यहां पर कन्या भ्रूण हत्या भी की जाती है। महिला ने इसके लिए हजारों रुपए की डिमांड की। बाद में पुलिस कर्मचारी ने उसे लिंग जांच के लिए तिथि बताने के लिए कहा। आरोपी महिला ने शनिवार शाम का समय दिया। शनिवार शाम करीब छह बजे हमीरपुर पुलिस की टीम घुमारवीं के लिए रवाना हुई और सूचना के आधार पर लिंग जांच करने वाले क्लीनिक के प्रबंधक को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किया गया व्यक्ति रेडियोलॉजिस्ट नहीं था और न ही स्त्री रोग विशेषज्ञ था। वहीं, हमीरपुर के निजी क्लीनिक में तैनात आरोपी कर्मचारी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पीसीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। लिंग जांच को दिए गए रुपए भी वसूल कर लिए गए हैं। उपायुक्त हमीरपुर राकेश प्रजापति ने बताया कि सभी निजी क्लीनिकों पर नजर रखी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम की सतर्कता के कारण एक नवजात इस संसार में आ सकेगी। यह टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है। सभी क्लीनिकों पर पैनी नजर रखी जाएगी। सील किए गए अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन जांच को भेजी गई है। एफएसएल जांच में पिछला पूरा रिकार्ड खंगाला जाएगा।

एसआई पूजा ने निभाई अहम भूमिका

कन्या भ्रूण जैसे जघन्य अपराध के मामले में अहम भूमिका निभाने वाले एसआई पूजा ने कहा कि उच्चाधिकारियों के सहयोग से यह सफलता मिली है। पुलिस प्रबंधन से मिले टास्क को पूरा कर एक मासूम की जिंदगी बचाई गई है। आगे भी इस ओर उच्चाधिकारियों के सहयोग से कारगर कदम उठाए जाएंगे। उपायुक्त हमीरपुर राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, डीएसपी रेणु शर्मा, सीएमओ सावित्री कटवाल, डीपीओ वंदना चौहान ने इस कार्य के लिए पूजा को बधाई दी।