क्यों पिछड़ा है चंबा…सौपेंगे रिपोर्ट

चंबा —जिला के पिछड़ेपन को लेकर जनता के फीडबैक पर जिले के पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और स्वयं सेवी संस्थाएं जनमत मंथन करने वाली हैं। इस मंथन के बाद एक विस्तृत रिपोर्ट सरकार के नुमाइंदों के समक्ष रखी जाएगी। अभियान से संबंधित हर पहलू को चंबा रिडिस्कवर्ड बैनर के अंतर्गत हर मंच पर साझा किया जाएगा। 23 फरवरी को भूरी सिंह संग्रहालय में चंबा रिडिस्कवर्ड से जुड़े लोगों की हर तरह की जानकारी पर चर्चा होगी। इसका मुख्य मकसद यही है कि जैसे-तैसे चंबा जिला को सही मायने में प्रगति की राह पर चलाना है। चंबा जनमत निर्माण अभियान से पहले भी चंबा जिला को विकास की राह पर चलाने को कई तरह की योजनाएं बनती रही है, लेकिन जिस तरह से चंबा जिले के संपूर्ण एरिया को विकास की राह पर चलाया जाना चाहिए। उस लिहाज से उन योजनाओं पर अभी तक कोई काम नहीं हो पाया है। इसीलिए चंबा जिला को विकास की राह पर चलाने के लिए जनमत निर्माण अभियान की सोच लेकर कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं ने मिलकर जनता से फीडबैक लेकर उसे सरकार के नुमाइंदों तक पहुंचाने का काम शरू किया है। अब तक जिला के देश दुनिया के अलग-अलग एरिया में रहने वाले लोगों से कई तरह का फीडबैक मिला है। मार्च माह से पहले अगर कोई एनजीओ और चंबा को प्रगति की राह पर चलता देखने की सोच लिए आगे बढ़ रहे लोगों चंबा रिडिस्कवर्ड की टीम को अपने सुझाव देना चाहते हैं तो दे सकते हैं। उधर, चंबा रिडिस्कवर्ड अभियान से जुड़े धर्म चंद ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि जनता के फीडबैक और जिले के पिछड़ेपन के कारणों पर जिला के पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और स्वयंसेवी संस्था से जुड़े लोग मंथन करेंगे। उसके बाद मार्च में जनता के फीडबैक के संदर्भ में एक रिपोर्ट सरकार के नुमाइंदों को मुहैया करवाई जाएगी।