राहुल शर्मा, प्रिंसीपल
वर्ष 2000 में चिन्मय मिशन को आगे बढ़ाते हुए डा. सुनील डांड ने विद्यालय अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला तथा विद्यालय को कड़े परिश्रम से उन्नत व विकसित करने में योगदान दिया। इस समय विद्यालय में विज्ञान संकाय, मेडिकल व वाणिज्य आदि विषयों में विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विद्यालय में हर प्रकार की प्रयोगशालाएं तथा खेलकूद के मैदान व खेल प्रशिक्षक निरंतर सेवाएं दे रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य राहुल शर्मा के मार्गदर्शन में विद्यालय दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। इस पाठशाला में करीब 400 विद्यार्थी हैं, जिसमें से आधे से भी ज्यादा बच्चे छात्रावास में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस पाठशाला को खोलने का उद्देश्य आजकल के इस आधुनिक युग में सभी बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ वैदिक शिक्षा व संस्कृति से अवगत करवाना है, जिसके लिए विद्यालय में बच्चों को हवन-यज्ञ व वैदिक मंत्रोच्चारण विधि सिखाई जाती है। विद्यालय में 50 शिक्षक व 40 गैर-शिक्षक अपनी सेवाएं व अनुभव से बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। कीप स्माइलिंग व स्कूल विद डिफरेंस इन दो ध्येय वाक्यों के साथ विद्यालय निरंतर उन्नति के पथ पर अग्रसर है। पिछले कुछ वर्षों से सीबीएसई क्लस्टर का आयोजन चिन्मय विद्यालय करता आ रहा है, जिसमें भारत के उत्तरी क्षेत्र के करीब 50 विद्यालयों की टीमें हिस्सा लेती हैं। इसके साथ-साथ राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सहोदय का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें 15 से 20 टीमें हिस्सा लेती हैं। इसके साथ ही विद्यालय से अंडर-19 ब्वायज में नेट बॉल में हितेश भारद्वाज ने शांति ज्ञान स्कूल न्यू दिल्ली में राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया, वहीं जिला स्तरीय एनसीसी शिविर में अर्चना नेगी ने भाषण प्रतियोगिता में व एक विद्यार्थी ने बैडमिंटन में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। इसके साथ गणित ओलंपियाड में हिमांशु जींदगर ने जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया। हर वर्ष इस विद्यालय के बच्चे अनेक उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेकर व अच्छे स्थान लेकर चिन्मय विद्यालय के साथ-साथ समस्त क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं।
– मोहिनी सूद, नौणी