जंजैहली में दूसरे दिन भी नहीं थमा बवाल

लोगों का प्रदर्शन जारी; बंद रहा बाजार, नाराज जनता ने बनाई सराज संघर्ष समिति

थुनाग— हिमाचल हाई कोर्ट द्वारा जंजैहली में एसडीएम कार्यालय व छत्तरी में उपतहसील की अधिसूचना रदद् करने के बाद बाद उठा बवाल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। शनिवार को भी जंजैहली में लोगों ने इसे लेकर रोष प्रदर्शन किया व रैली निकाली। इस दौरान जंजैहली बाजार पूरी तरह से बंद रहा। लोगों ने शनिवार को भी क्षेत्रवाद की राजनीति बंद करो के नारे लगाए और सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली। इस मुद्दे को लेकर लोगों ने अब एक सराज संघर्ष समिति का भी गठन कर लिया है। समिति अब आगे आंदोलन को बढ़ाएगी। संघर्ष समिति ने अब इस मामले में मंगलवार को चक्का जाम करने का ऐलान किया है। समिति में कुल 31 सदस्य चुने गए हैं, जिसका अध्यक्ष नरेंद्र कुमार, सचिव हेत राम व  उपाध्यक्ष जस्सी देवी को चुना गया है। सोमवार को समिति अगली बैठक करेगी। समिति ने मामले में कोर्ट जाने की भी बात कही है, वहीं शनिवार को हुए प्रदर्शन में कांग्रेस, किसान सभा, व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। लोगों ने पहले जंजैहली बाजार से विरोध प्रदर्शन रैली पंचायत भवन तक निकाली। प्रदर्शन के चलते जंजैहली बाजार की लगभग 200 दुकानें भी पूरी तरह से बंद रहीं। प्रदर्शनकारियों को सराज मंच के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल सरकार क्षेत्रवाद की राजनीति कर रही है। इस फैसले पर मुख्यमंत्री को विचार करना चाहिए। अगर सोमवार तक सरकार ने एसडीएम कार्यालय को जंजैहली में रखने का निर्णय नहीं लिया तो मंगलवार को चक्का जाम किया जाएगा। इस अवसर पर कांग्रेस के सराज ब्लॉक अध्यक्ष जगदीश रेडी ने कहा कि मुख्यमंत्री बदले की भावना से काम कर रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री के इशारों पर इस मामले की सरकार की तरफ से हाई कोर्ट में सही पैरवी नहीं की गई। उपायुक्त मंडी ऋगवेद ठाकुर ने बताया कि प्रशासन जंजैहली मामले में नजर रखे हुए है और इस संबंध में सरकार के आदेशों का इंतजार हो रहा है।

एसडीएम आफिस में जारी रहा कामकाज

हाई कोर्ट ने बेशक एसडीएम कार्यालय की अधिसूचना निरस्त कर दी है, लेकिन कार्यालय बंद करने के आदेश सरकार की तरफ से अभी नहीं पहुंचे हैं। शनिवार को भी कार्यालय जंजैहली खुला रहा और कामकाज हुआ।