जीवीके से रद्द हो सकता है एमओयू

स्वास्थ्य मंत्री बोले, बेहतर सुविधाएं न दे पाने पर होगी कार्रवाई

धर्मशाला  – हिमाचल  के स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि जीवीके कंपनी एंबुलेंस 108 में सही सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा पाई तो उसके साथ करार रद्द भी हो सकता है। निरीक्षण के दौरान एंबुलेंस में जरूरी 31 दवाइयां, आक्सीजन सिलेंडर सहित साफ-सफाई की उचित व्यवस्था नहीं पाई गई है। ऐसे में प्रदेश के मरीजों के लिए आपतकालीन सेवा में एंबुलेंस वरदान की बजाय अभिशाप भी बन सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और मशीनरी को दुरूस्त करने के लिए  अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। वह खुद भी हर पहलू का बारीकी से निरीक्षण कर रहे हैं। श्री परमार ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर सेवाएं मुहैया करवाने के लिए 200 डाक्टर और 200 ही आयुर्वेदिक डाक्टर सहित 1200 पैरामेडिक्ल स्टाफ नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कैंसर के उपचार के लिए टांडा में स्थापित की गई 25 करोड़ की मशीन पिछली सरकार की लापरवाही के कारण बेकार पड़ी थी।  अब नई सरकार की कैबिनेट ने मशीन को चलाने के लिए छह पदों को स्वीकृत कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट संस्थानों को भी किसी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।

विपक्ष के आरोप निराधार

स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने विपक्ष द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय के मेडिकल कालेज की धनराशि को एम्स में शिफ्ट करने के आरोपों को निराधार बताया । उन्होंन कहा कि ऐसा कर विपक्ष  नकारात्मकता का वातावरण उत्पन कर रहा है।