भगवान शिव का व्यक्तित्व अत्यंत विराट

पंचकूला— श्री वनखंडी दुर्गा मंदिर अमरावती एनक्लेव पंचकूला द्वारा मंदिर परिसर में 10 से 14 फरवरी तक पांच दिवसीय भगवान शिव कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के तृतीय दिवस में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक आशुतोष महाराज की शिष्या कथा व्यास साध्वी सुमेधा भारती ने बताया कि भगवान शिव का व्यक्तित्व अत्यंत विराट है, जिसकी ऊंचाई आकाश के सदृश और गहराई सागर के समान है। उनके व्यक्तित्व को किसी भाषा में व्यक्त नहीं किया जा सकता। सती द्वारा असत्य भाषण के कारण महादेव ने उनका मन ही मन त्याग कर दिया। सती पश्वाताप की भावना से भर गई। जब सती नें पिता दक्ष के यज्ञ में स्वयं को भस्मीभूत किया, तो सती के मन में हर जन्म में भगवान शिव को ही स्वामी रूप में प्राप्त करने की ईच्छा थी, जिसके  कारण अगले जन्म में सती ने राजा हिमवान के यहां पार्वती के रूप में जन्म लिया। पुत्री के जन्म पर पूरी हिमाचल नगरी में खुशियां मनाई गईं।