भरमौर—जनजातीय उपमंडल भरमौर में बारिश और बर्फबारी के दौर के बीच मंगलवार को मौसम खुल गया और लोगों ने दिन भर धूंप का आनंद लिया। ताजा हिमपात के बाद क्षेत्र के पहाड़ चांदी की तरह चमक उठे है और लंबे समय से पड़े सूखे से राहत मिलते ही किसानों और बागबानों के चेहरों पर भी बहार आ गई है। हांलाकि सोमवार रात को समूचे उपमंडल में हिमपात हुआ है। जिसके चलते सोमवार को समूचा उपमंडल बर्फ के आगोश में दिखा। जानकारी के अनुसार सोमवार को उपमंडल भरमौर में बर्फबारी का दौर क्रम शुरू हो गया था। इस दौरान उपमंडल मुख्यालय भरमौर में एक फुट के करीब ताजा हिमपात हुआ। जिसके बाद यहां पर देर रात तक हल्की बारिश होती रही। इस बीच मध्यरात्रि के बाद समूचे उपमंडल में जोरदार हिमपात हुआ है। अलबता रात को बारिश के बाद हुई बर्फबारी से उपमंडल मुख्यालय भरमौर में सुबह के समय एक फुट के करीब बर्फ दर्ज की गई। जबकि उपमंडल की होली घाटी में तीन से चार इंच तक बर्फ गिरी है। जबकि उंचाई पर बसे गांवों में डेढ़ से दो फुट तक हिमपात होने की सूचना है। उधर, सोमवार सुबह से ही समूचे उपमंडल में धूंप खिली रही। अलबत्ता लोग भी झुंडों में धूंप का आनंद लेते नजर आए। हांलाकि दोपहर बाद कुछ वक्त के लिए यहां आसमान में पुन बादलों ने डेरा जमा लिया है। इधर, बारिश और बर्फबारी होने के बाद क्षेत्र के किसानों और बागबानों ने भी कुछ हद तक राहत महसूस की है। किसान-बागबानों का कहना है कि बारिश-बर्फबारी फसलों के लिए संजीवनी साबित होगी। हांलाकि सेब की फसल के लिए इस बर्फबारी को भी बागबान नाकाफी मान रहे है, लेकिन सूखे की जद में आने का संकट बारिश-बर्फबारी से जरूर कम हुआ है।