भाषा के बिना संस्कृति भी नहीं

धर्मशाला – हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार कैंपस में सम्राट ललित आदित्य व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। इस व्याख्यायनमाला दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक प्राचार्य डा. मुन्ना पांडे ने बतौर मुख्यवक्ता शिरकत की। डा. मुन्ना पांडे ने कहा कि भाषा के बिना किसी संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती, इसलिए भाषा का संग्रहालय नहीं, बल्कि भाषा बैंक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में जिस प्रकार हिंदी भाषा का प्रभाव बढ़ रहा है, वह एक राष्ट्र की एकता के लिए अच्छी पहल है, लेकिन हिंदी भाषा के बढ़ते प्रभाव के कारण क्षेत्रीय भाषाओं को बोलने वालों की संख्या बढ़ी तेज से कम हो रही है, जोकि चिंता का विषय है।