मात्र तीन प्रशिक्षकों के सहारे हिमाचल हैंडबाल

बिलासपुर— हरियाणा में हैंडबाल के 250 के अधिक प्रशिक्षक हैं, वहीं पंजाब में यह आंकड़ा सौ से ऊपर है। मगर हिमाचल में हैंडबाल के मात्र तीन प्रशिक्षक हैं। जिला युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा इन तीन प्रशिक्षकों की नियुक्ति हमीरपुर, मंडी व कुल्लू जिला में की गई है। पिछले कुछ सालों में हिमाचली हैंडबाल खिलाडि़यों ने प्रदेश में इस खेल के नए अध्याय लिखे हैं। इन खिलाडि़यों की उपलब्धियों के पीछे सचिन चौधरी व स्नेहलता सहित हमीरपुर में तैनात सरित शर्मा, कुल्लू में मनोज ठाकुर व मंडी में अशोक कुमार जैसे प्रशिक्षकों के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है। पूर्व खिलाडि़यों का कहना है कि प्रदेश सरकार खेलों के उत्थान की बड़ी-बड़ी बातें तो करती है, खिलाडि़यों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाती। सरकार हिमाचल में हैंडबाल खेल को बढ़ाने के लिए हर जिला में प्रशिक्षकों की तैनाती करे।

उपलब्धियों पर एक नजर

हिमाचल हैंडबाल खेल पर पिछले कुछ सालों की उपलब्धियों पर नजर दौड़ाई जाए तो हैरानी होगी। हिमाचल ने 2016 में बैंकाक में हैंडबाल फेडरेशन कप में ब्रांज, ढाका में गोल्ड, स्वीडन में पार्टिले कप, 2015 में दिल्ली में जूनियर एशियन गेम्स में पार्टिसिपेशन, 2016 में बीच एशियन गेम्ज, जींद में इंटर यूनिवर्सिटी में कांस्य, पटियाला में इंटर यूनिवर्सिटी में कांस्य, तमिलनाडु में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में कांस्य, 2012 में सब जूनियर नेशनल में गोल्ड, अंडर-17 नेशनल में गोल्ड, अंडर-19 स्कूली नेशनल में गोल्ड, अंडर-12 स्कूली नेशनल में ब्रांज सहित इस वर्ष तमिलनाडु में सीनियर महिला हैंडबाल प्रतियोगिता में सिल्वर जीता।