माफी मांगे पंचकूला प्रशासन

पंचकूला — श्री आनंद प्रकाश स्मृति मंच ने पंचकूला डीसी कार्यालय के बाहर धरना देते हुए प्रशासन से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की। हाल ही में पंचकूला प्रशासन ने गणतंत्र दिवस पर यौन शोषण के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए गए भूतपूर्व डीजीपी एसपीएस राठौर को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। इस संदर्भ में मंच के सदस्यों  और पंचकूला  के नागरिकों ने डीसी दफ्तर में ज्ञापन भी दिए थे। इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया नौ फरवरी के ज्ञापन में सदस्यों ने लिखा था कि यदि 12 फरवरी तक प्रशासन कोई जवाब नहीं देता तो वे सत्याग्रह के अंतर्गत धरना देंगे। शुक्रवार को मंच के सदस्य और अन्य कई सामाजिक दल डीसी दफ्तर के सामने अपनी मांग लेकर बैठे। इसके बाद उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट ने बात के लिए अंदर बुलाया। सिटी मजिस्ट्रेट ममता शर्मा ने माना कि यह एक खेदजनक प्रकरण है और जिला प्रशासन इसको देख रहा है। उनके साथ एसडीएम पंकज सेतिया भी थे।जानकारी के अनुसार मरहूम रुचिका गिर्होत्र, जिसके साथ यह घिनौना कांड हुआ था, की मित्र आराधना गुप्ता ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे हमारा न्याय के लिए किया संघर्ष बेमानी था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने राठौर को दोषी करार दिया और उसको जिला प्रशासन माननीय अतिथि की तरह सम्मान दे रहा है। यह बहुत दर्दनाक है कि आराधना ने रुचिका की आत्महत्या के बाद भी इस केस को 26 साल तक लड़ा था। शालिनी मालवीय, सदस्य, स्वराज इंडिया राष्ट्रीय अध्यक्ष मंडल, ने रोष जताते हुए कहाकि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस हमारे राष्ट्रीय पर्व हैं, लेकिन एक बच्ची का यौन शोषण का दोषी गणतंत्र दिवस का सम्मानित अतिथि हो, यह बहुत हैरान करने वाला है। सिटी मजिस्ट्रेट ने आश्वासन दिया कि वह जल्द ही एक आधिकारिक बयान जारी करेंगे, जिसमें सारे प्रकरण की जानकारी जनता के बीच रखेंगे।