सही खानपान-नशे से दूरी बचाएगी कैंसर से

धर्मशाला में जागरूकता कार्यक्रम के दौरान बीमारी से बचने के टिप्स

धर्मशाला— विश्व भर में होने वाली मौतों का कैंसर रोग भी एक बड़ा कारण बनता जा रहा है। आज प्रदेश भर में इस बीमारी के पीडि़तों की तादाद भी बढ़ रही है। इस बीमारी के होने का मुख्य कारण आधुनिक दुनिया में बदलती जीवनशैली है। इस बीमारी से लड़ने के लिए जागरूकता और सही सोच की आवश्यकता है। शुरुआती दौर में बीमारी का पता लगने पर इस उपचार संभव है। इसलिए व्यक्ति को किसी भी बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। रविवार को जिला मुख्यालय धर्मशाला में विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन निदेशक, स्वास्थ्य विभाग हिमाचल प्रदेश बलदेव ठाकुर की अध्यक्षता में किया गया।  उन्होंने कहा कि विश्व में अब कैंसर की बीमारी भी मौत का एक अहम कारण बनता जा रहा है। बदलती जीवनशैली, बढ़ती नशाखोरी, शराब, तंबाकू, गुटखे का सेवन, जंक फूड की संस्कृति, शहरीकरण, खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों का प्रयोग तथा पर्यावरण भी इसका कारण है। उन्होंने कहा कि इस रोग के मुख्य लक्षण वजन कम होना, भूख न लगना, लंबे समय तक खांसी, शरीर कि किसी भी हिस्से में लगातार दर्द रहना, शरीर के किसी भी हिस्से में गिल्टी होना, माहवारी के दिनों में अतिरिक्त रक्तस्त्राव होना, तिल का अचानक बड़ा होना तथा मुंह के अंदर सफेद दाग होना है। कार्यक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजेश गुलेरी ने कहा कि रोग से बचाव के लिए वजन को नियंत्रित रखें, संतुलित आहार का सेवन करें, गुटखा, तंबाकू, जंक फूड का सेवन न करें। मौजूदा समय में इस रोग की जांच व उपचार दोनों संभव हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव के चलते लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। शुरुआती दौर में इस रोग का पता चल जाए तो इसका उपचार काफी हद तक आसान हो जाता है। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. आरके सूद ने कहा कि प्रदेश में मंडी, सोलन, हमीरपुर, धर्मशाला तथा ऊना के जिला अस्पतालों में कैंसर केयर यूनिट भी चलाई जा रही हैं

ये भी रहे मौजूद

जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश कार्यक्रम अधिकारी डा. गोपाल बेरी, एमएस टांडा डा. गुरदर्शन गुप्ता, एमएस जोनल अस्पताल डा. दिनेश महाजन, जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. चित्रा कौशल, डा. एसएन गुप्ता, डा. अनुराधा तथा स्वास्थ्य शिक्षिका अंजलि सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।