किसी भी उत्पाद के बेहतर निर्माण से ही उस उत्पाद की सफलता नहीं सुनिश्चित होती, बल्कि जरूरत होती है उस उत्पाद की बेहतर मार्केटिंग की। छोटी-बड़ी सभी कंपनियों की यह जरूरत होती है। कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण आम ग्राहकों के बीच उत्पाद की लोकप्रियता बढ़े, इसके लिए सेल्ज और मार्केटिंग प्रोफेशनल्स की मांग बनी रहती है…
शैक्षणिक योग्यता
एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट दो साल का कोर्स होता है। इसके प्रवेश के लिए छात्र का किसी भी कालेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना आवश्यक होता है और ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत अंक होने चाहिएं।
प्रवेश कैसे हो
सेल्ज और मार्केटिंग मैनेजमेंट एमबीए पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है, जो देश के कई सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा करवाया जाता है। इसके लिए सबसे पहले छात्रों को एमबीए कोर्स के लिए अप्लाई करना चाहिए। एमबीए में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू से होकर गुजरना पड़ता है।
स्वतंत्र करियर
यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप पर केवल लक्ष्य का बंधन होता है, बाकी आपकी इच्छानुसार कार्य होता है। अगर आप छोटे स्तर से भी काम करते हैं, तब इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ है। कई युवा साथी मात्र 12वीं पास होने के बाद सेल्स के क्षेत्र में काम करने लगते हैं। जॉब करते-करते वे अपनी पढ़ाई भी पूर्ण कर लेते हैं और आगे जाने के बाद अनुभव और अच्छी सी एमबीए की डिग्री लेने के बाद कंपनी में काफी अच्छी ऊंचाई पर पहुंच जाते हैं।
हाथ आजमाए कोई भी
यह फील्ड किसी विषय विशेष जैसे आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस से बंधी नहीं है। हर विषय के लोग यहां आ सकते हैं। 12वीं पास सेल्ज रिप्रेजेंटेटिव से शुरुआत कर सकता है। वैसे आजकल काफी डिस्ट्रीब्यूटर्स किसी अकादमिक योग्यता के बिना ही लोगों को काम पर रख रहे हैं। ग्रेजुएट व्यक्ति सेल्ज आफिसर के तौर पर कार्य कर सकता है। एमबीए डिग्री हासिल करने वाले मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए मैनेजमेंट ट्रेनी से लेकर एरिया मैनेजर और प्लानर तक के मौके हैं।
रोजगार के अवसर
सेल्ज और मार्केटिंग परस्पर एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं। सेल्ज में सेल्ज टारगेट की फिक्सिंग और मूल्यांकन तथा स्ट्रेटेजीज का काम होता है। इसमें डिस्ट्रीब्यूटरों की नियुक्ति होती है, जो सेल के बारे में योजना बनाते हैं। एक कुशल सेल्जमैन बनने के लिए आमतौर पर उच्च शिक्षा की आवश्यकता नहीं होती। दसवीं और बारहवीं करने के बाद इस क्षेत्र में प्रवेश किया जा सकता है। इसके लिए सबसे बड़ी योग्यता आपका शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट होना है। मार्केटिंग में ग्राहकों को डिलीवर किए हुए उत्पादों की स्ट्रेटेजी पर योजना बनाने का काम होता है। इसमें मार्केट रिसर्च, प्रोडक्ट डिवेलपमेंट, प्रोमोशन इत्यादि क्षेत्र होते हैं। सेल्ज और मार्केटिंग मैनेजर्स नजदीक के लगभग सभी उद्योगों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। सेल्ज और मार्केटिंग मैनेजर, जिन्हें अच्छा-खासा अनुभव है, वे मैन्युफेक्चरिंग, रिटेल और होलसेल ट्रेड, फाइनांस और इंश्योरेंस इत्यादि क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। लगभग एक तिहाई मार्केटिंग मैनेजर्स मैन्युफेक्चरिंग या सांइटिफिक, प्रोफेशनल और तकनीकी उद्योगों में काम करते हैं।
कोर्स
* पीजी डिप्लोमा इन सेल्ज एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट
* डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट
* कॉरेसपोंडेंस कोर्स इन मार्केटिंग मैनेजमेंट
* बीबीए इन सेल्ज एंड मार्केटिंग
* अंडर ग्रेजुएट कोर्स इन मार्केटिंग
* ग्रेजुएट डिग्री इन मार्केटिंग
* डिप्लोमा कोर्स इन मार्केटिंग
* सर्टिफिकेट कोर्स इन मार्केटिंग
* मार्केटिंग लीडरशिप प्रोग्राम
* मास्टर ऑफ मार्केटिंग मैनेजमेंट
* प्रोफेशनल डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट
प्रमुख संस्थान
* चितकारा बिजनेस स्कूल, बरोटीवाला
* इंस्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड एमर्जिंग टेक्नोलॉजी, बद्दी
* हिमालयन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कालाअंब
* केसी इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट, ऊना
* यूनिवर्सिटी कालेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, शिमला
* अभिलाषी इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, नेरचौक
* पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, जालंधर
* कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र
* गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर
* चंडीगढ़ इंजीनियरिंग कालेज, चंडीगढ़
* कालेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला
अच्छी पर्सनेलिटी जरूरी
इस फील्ड में सफलता के लिए अभ्यर्थियों में बेहतर कम्युनिकेशन स्किल जरूरी है। मार्केट ट्रेंड की बेहतर समझ के साथ-साथ उनकी पर्सनेलिटी भी अच्छी होनी चाहिए।
कमाई के साथ प्रोमोशन भी
यहां सैलेरी के अलावा बहुत से इंसेंटिव्स, बोनस, कमीशंज भी मिलते हैं। 12वीं पास यहां 12 से 15 हजार, जबकि एमबीए कम से कम 30 हजार से शुरुआत करता है। आगे तरक्की इस बात पर निर्भर करेगी कि आप यहां बेचने की कला और कस्टमर का विश्वास जीतने में कहां तक सफल होते हैं। यहां फ्रेशर मैनेजमेंट ट्रेनी या सेल्स रिप्रेजेंटेटिव से आप अपने करियर की शुरुआत कर नेशनल सेल्स मैनेजर, वाइस प्रेजिडेंट, सेल्स हैड और चीफ मार्केटिंग जैसे मुख्य पदों तक पहुंच सकते हैं ।
जरूरी स्किल्स
जो भी उत्पाद या सेवा आप बेचें, उसमें आपका विश्वास होना बेहद जरूरी है। दूसरा, यहां सफलता तभी मिलेगी, जब नजरिया सही होगा। तीसरी और सबसे जरूरी स्किल है लोगों की परख, यानी कब और कितनी बात करनी है किस तरह के लोगों से कितना और कैसे संपर्क बनाना है व हाव-भाव की भाषा कैसे समझनी है। इसके अलावा आपका पहनना, ओढ़ना, कम्युनिकेशन स्किल, आइडियाज व उन्हें पेश करने का स्टाइल और लोगों को विश्वास में लेने का टेलेंट काफी मायने रखता है। इस क्षेत्र में अच्छा पेशेवर बनने के लिए जोश, जज्बा और जुनून चाहिए। जिस प्रोडक्ट की सेल्स में आप जुटे हैं, उसमें रुचि होना जरूरी है। ऐसा नहीं कि आपकी रुचि कार में है, लेकिन बेच कोल्ड ड्रिंक रहे हैं। क्षेत्र के चुनाव के बाद आप ऐसी कंपनी चुनें, जिसकी मार्केट में साख हो और जिसका भविष्य का विजन आपके विजन से मेल खाता हो।
कोर्स को यूं बनाएं राह
इस क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए आप 12वीं के बाद से ही बीबीए व बीबीएस जैसे डिग्री कोर्स कर इस फील्ड में शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा एनआईएस में 12वीं पास के लिए वन-टू-वन सेल्स एंड प्रोमोशंज का कोर्स संचालित किया जाता है। अगर आप ग्रेजुएट हैं, तो एमबीए और पीजी डिप्लोमा इन सेल्स एंड मैनेजमेंट का कोर्स अच्छा विकल्प है। एमबीए में कई फील्ड्स में स्पेशलाइजेशन होती हैं। इस फील्ड के लिए आप मार्केटिंग में स्पेशलाइजेशन का विकल्प चुन सकते हैं। अगर आप कार्यरत हैं, तो डिस्टेंस मोड से इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स कर सकते हैं।
सपने सच करने का बेहतर विकल्प
मैनेजर, हावेल्ज इंडिया लिमिटेड(सोलर डिवीजन), हिमाचल मार्केटिंग हैड
सेल्ज एंड मार्केटिंग में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने वीरेंद्र चंदेल से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…
सेल्ज एंड मार्केटिंग में युवाओं के लिए करियर का क्या स्कोप है?
इस फील्ड में युवाओं के लिए बहुत स्कोप है। हिमाचल में भी सेल्ज एंड मार्केटिंग में काफी संभावनाएं हैं। युवा अपनी च्वाइस के अनुसार एफएमसीजी, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर इंडस्ट्रीज को ज्वाइन कर सकते हैं।
इस करियर के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या होती है?
सेल्ज एंड मार्केटिंग में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए कम से कम ग्रेजुएट होना जरूरी है। इसके अलावा यदि एमबीए मार्केटिंग की क्वालिफिकेशन हो तो यह और भी बेहतर है।
इस फील्ड में करियर बनाने वाले युवा में क्या व्यक्तिगत गुण होने चाहिए?
सेल्ज और मार्केटिंग में सबसे पहला गुण तो यही होना चाहिए कि युवा दिखने में अच्छा हो, मिलनसार हो, अपनी बात दूसरों को अच्छी तरह समझाने में निपुण हो, बोलने और लिखने की कला में कुशल हो और इन सब के अलावा इसे गाड़ी चलाना आता हो। सेल्ज एंड मार्केटिंग फील्ड का काम है, तो गाड़ी चलाना आना बहुत जरूरी है।
रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में हैं?
सेल्ज एंड मार्केटिंग में उद्योगों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। सेल्ज और मार्केटिंग मैनेजर उद्योगों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। मैन्यूफेक्चरिंग, रिटेल और होलसेल ट्रेड, फाइनांस और इंश्योरेंस इत्यादि में युवा रोजगार प्राप्त कर सकता है।
कहीं रोजगार मिलने पर आरंभिक आय कितनी होती है?
एक फ्रेशर को शुरू में 15 हजार तक वेतन मिलता है। इस फील्ड में अधिकतम आय की कोई सीमा नहीं होती। आप अपनी योग्यता और अनुभव से इस क्षेत्र में अच्छी आमदनी कमा सकते हैं।
युवाओं को इस क्षेत्र में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?
सेल्ज और मार्केटिंग आंकड़ों पर आधारित होती है। इसमें टारगेट का प्रेशर रहता है। यह भी सच है कि जो लोग अपने काम को निष्ठापूर्वक करते हैं, वे अपना टारगेट अचीव कर ही लेते हैं।
प्रतिस्पर्धा के इस दौर में युवाओं के लिए क्या टिप्स देंगे?
इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बहुत है। सबसे पहले तो आप में आत्मविश्वास होना जरूरी है। उसके बाद जो ऊपर व्क्तिगत गुण बताए हैं, वे होना भी जरूरी हैं।
इस क्षेत्र को रोजगार के तौर पर अपनाने वाले युवाओं के लिए कोई पे्ररणा संदेश?
इस क्षेत्र में करियर के बेहतर स्कोप हैं। अगर आप अपने सपनों को सच करना चाहते हैं, तो सेल्ज एंड मार्केटिंग से अच्छा विकल्प हो ही नहीं सकता।
— पंकज सूद, मटौर