होली मन-मुटाव भुलाने का अवसर

नई दिल्ली – ‘मन की बात’ कार्यक्रम में 41वें संस्करण में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर बात की। श्री मोदी ने विज्ञान दिवस, महिला दिवस और होली को लेकर कई अनुभव साझा किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने होली पर सभी बुराइयों को अग्नि में जलाकर नष्ट करने का दिन बताते हुए रविवार को कहा कि होली का पर्व सारे मन-मुटाव भूल कर एक साथ मिल बैठने और एक-दूसरे के सुख-आनंद में सहभागी बनने का शुभ अवसर है। श्री मोदी ने होली की बधाई दी और कहा कि अभी-अभी हम लोगों ने शिवरात्रि का महोत्सव मनाया। अब मार्च का महीना लहलहाती फसलों से सजे खेत, अठखेलियां करती गेंहूं की सुनहरी बालियां और मन को पुलकित करने वाली आम के मंजर की शोभा। यही तो इस महीने की विशेषता है। होली सारे मन-मुटाव भूल कर एक साथ मिल बैठने, एक-दूसरे के सुख-आनंद में सहभागी बनने का शुभ अवसर है।

पीएम की ‘मन की बात’

जोखिम के प्रति रहें सतर्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि सतर्क रहकर और आवश्यक नियमों का पालन करके लोग अपने जीवन की रक्षा करने के साथ साथ बहुत बड़ी दुर्घटनाओं को भी टाल सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम यह न सोचें कि सुरक्षा किसी और के लिए है, अगर हम सब अपनी सुरक्षा के लिए सजग हो।

वैज्ञानिक सोच जरूरी

पीएम मोदी ने 28 फरवरी को नेशनल साइंस डे से पहले विज्ञान की बात की। उन्होंने कहा कि कभी हमने सोचा है कि पानी रंगीन क्यों दिखता है? जबकि पानी का तो रंग ही नहीं होता। इसी प्रश्न ने भारत के एक महान वैज्ञानिक को जन्म दिया। डा. सीवी रमन को प्रकाश के प्रकीर्णन (स्कैटरिंग) के लिए नोबेल प्राइज दिया गया। 28 फरवरी को ही उन्होंने यह खोज की थी कि पानी का रंग नीला क्यों दिखता है। मोदी ने कहा कि हमारे अंदर वैज्ञानिक सोच होना बहुत जरूरी है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खासियतें भी बताईं। पीएम मोदी ने बताया कि देश भर के कई लोगों ने विज्ञान को लेकर उनसे सवाल पूछे हैं। साथ ही पीएम मोदी ने बताया कि एलिफेंटा द्वीप के तीन गांवों में आजादी के 70 साल बाद बिजली पहुंची है।