पहले चरण में कछियारी-ज्वालामुखी तक होगा निर्माण, डीपीआर बनाने वाली टीम बुलाई दिल्ली
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बाइपास बनाए जाएंगे फोरलेन में
किलोमीटर लंबी आठ सुरंगें बनेंगी
46
किमी कुल लंबाई बाइपास की
300
मीटर विजिविलिटी होगी
फोरलेन से सभी शहर बाहर
फोरलेन की जद से सभी शहरों को बाहर कर दिया गया है। इस कारण कम से कम स्ट्रक्चर गिराए जाने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए 30 से लेकर 45 मीटर तक दोनों तरफ भू-अधिग्रहण होगा। मटौर से शिमला तक इस मार्ग की वर्तमान में लंबाई 223 किलोमीटर है।
यहां बनेंगे बाइपास
दाड़लाघाट
फोरलेन का सबसे बड़ा बाइपास दाड़लाघाट में 14 किलोमीटर लंबा होगा। शालाघाट से दानोघाट होकर पिपलूघाट को जोड़ने वाला यह बाइपास सीधा भराड़ीघाट निकलेगा।
घुमारवीं शहर के बाहर
घुमारवीं शहर के बाहर छह किलोमीटर लंबे बाइपास का निर्माण होगा। शहर से चार किलोमीटर पहले दाईं ओर मुड़ने वाला बाइपास सीधा घुमारवीं पुल से जुड़ेगा।
भोटा से सीधे सलासी
कुल 4.8 किलोमीटर का हमीरपुर बाइपास अब 10 किलोमीटर लंबा बनेगा। भोटा के समीप से बनने वाला नया बाइपास सीधा सलासी से जुडे़गा।
नादौन में यहां होगा निर्माण
नादौन गगाल को मझीण चौक से जोड़ने के लिए अढ़ाई किलोमीटर लंबा बाइपास बनेगा। इसी बाइपास में टनल का निर्माण भी शामिल है।
माया होटल के पास
ज्वालामुखी माया होटल के समीप से मंदिर के दूसरे छोर की तरफ छह किलोमीटर लंबा बाइपास बनेगा। एसएसबी स्थित सपड़ी कैंप के आगे निकाला जाएगा।
पास आएंगे धर्मशाला-शिमला
धर्मशाला से लेकर राजधानी शिमला तक 223 किलोमीटर लंबे मार्ग की फोरलेन की लंबाई 203 किलोमीटर रह जाएगी।
कांगड़ा में डबल सुरंग
फोरलेन में कांगड़ा टनल की लंबाई बढ़कर 160 मीटर हो जाएगी। इसके लिए दाईं ओर नई टनल का निर्माण होगा। मौजूदा टनल की लंबाई 50 मीटर है। दौलतपुर कांगड़ा टनल के समीप दौलतपुर के बाहर से दो किलोमीटर लंबा बाइपास बनेगा।
शिमला में तीन सुरंगें
शिमला आईएसबीटी के समीप न्यू पार्किंग से लेकर हीरानगर तक राजधानी में तीन छोटी-छोटी टनल बनेंगी। इन तीनों टनल की कुल लंबाई 2561 मीटर की होगी। घणाहट्टी की पहाड़ी को काटकर दो अलग-अलग टनल बनेंगी। शिमला की तरफ से पहली टनल 300 मीटर और दूसरी 450 मीटर लंबी होगी। दाड़लाघाट के समीप 3510 मीटर की लंबी टनल बनेगी। इस सुरंग से दानोघाट को पिपलूघाट से जोड़ा जाएगा।
नादौन में 620 मीटर लंबी टनल
नादौन शहर के समीप 620 मीटर लंबी टनल का निर्माण होगा। नादौन तट पर स्थित ब्यास पुल को सीधा गगाल के समीप टनल से जोड़ा जाएगा।