भारतीयों को ब्रिटेन से तीन गुणा ज्यादा पेंशन

नई दिल्ली – दुनिया के कई देशों में रिटायरमेंट के बाद सैलरी से ज्यादा पेंशन मिलती है। कुछ विकसित देशों में यह आंकड़ा विकासशील देशों से भी काफी कम है। नीदरलैंड्स और तुर्की में पेंशनर्स को सैलरी का 102 प्रतिशत पेंशन के रूप में मिलता है। हैरानी वाली बात यह है कि ब्रिटेन जैसे देश में यह 29 प्रतिशत ही है। ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकॉनमिक को-आपरेशन एंड डिवेलपमेंट ने 35 सदस्य देशों और अन्य कई देशों के डेटा को स्टडी करने के बाद यह रिपोर्ट जारी की है। ओईसीडी की पेंशन 2017 रिपोर्ट में बताया गया है कि तेजी से विकास करते भारत में पेंशनर्स को सैलरी की 99 प्रतिशत पेंशन मिलती है। पुर्तगाल में यह 95 प्रतिशत है और इटली में 93 प्रतिशत। वर्ल्ड बैंक के डेटा के मुताबिक, सबसे अधिक पेंशन वाले छह देशों में रिटायर होने के बाद लोग आठ से 11 साल ज्यादा जीते हैं, जापान में यह आंकड़ा 16 साल है। सैलरी और पेंशन के प्रतिशत के मामले में विकसित देशों की हालत काफी खराब है। ओसीईडी देशों में यूके में सैलरी के मुकाबले सबसे कम पेंशन मिलती है। यूके में रिटायर होने पर वर्किंग वेज का 29 प्रतिशत ही मिलता है। ओसीईडी के सदस्य देशों का औसत 63 प्रतिशत है और यूरोपीय देशों को 71 प्रतिशत।