मट्टनसिद्ध से कंदरौर तक की सड़क फोरलेन से बाहर

हमीरपुर— नेशनल हाई-वेज अथारिटी ऑफ इंडिया (नहाई) ने धर्मशाला-शिमला फोरलेन का एक हिस्सा एनएच को सौंप दिया है। हमीरपुर के मट्टनसिद्ध से बिलासपुर के कंदरौर तक का मार्ग फिलहाल नेशनल हाई-वे के पास रहेगा। केंद्रीय भूतल एवं सड़क मंत्रालय ने पत्र लिखकर कहा है कि मट्टनसिद्ध-कंदरौर का 45 किलोमीटर मार्ग फोरलेन के अधिकार क्षेत्र से फिलहाल बाहर रहेगा। इस हिस्से का जिम्मा अगले आदेशों तक नेशनल हाई-वे को दिया गया है।  इस अहम फैसले के बाद अब धर्मशाला-शिमला फोरलेन के निर्माण के लिए सर्वे रिपोर्ट तथा टेंडर प्रक्रिया एक साथ चलेगी। बावजूद इसके मट्टनसिद्ध से कंदरौर तक की सड़क का रखरखाव और निर्माण का जिम्मा नेशनल हाई-वे के पास ही रहेगा। जाहिर है कि 45 किलोमीटर के इस मार्ग के विस्तारीकरण के लिए केंद्र सरकार ने 278 करोड़ का विशेष पैकेज जारी किया है। हालांकि टेंडर प्रक्रिया के बाद इस प्रोजेक्ट की लागत घटकर 258 करोड़ रह गई है। इसमें 20 करोड़ भू-अधिग्रहण प्रक्रिया के लिए अलग से निर्धारित किया गया है। केंद्रीय सड़क मंत्रालय से जारी इस पैकेज के तहत नेशनल हाई-वे ने 15 किलोमीटर का पैकेज तैयार कर तीन टेंडर लगाए हैं। इस प्रक्रिया के आधार पर हरियाणा की जांडू कंस्ट्रक्शन कंपनी ने दो पैकेज और ईगल इंडिया लिमिटेड को एक पैकेज के निर्माण कार्य का अवार्ड लैटर जारी हुआ है।  चूंकि केंद्र से जारी इस विशेष आर्थिक सहायता के तहत मट्टनसिद्ध-कंदरौर मार्ग के विस्तारीकरण का कार्य जारी है। इसके चलते इस हिस्से को केंद्रीय मंत्रालय ने फिलहाल नेशनल हाई-वे के पाले में ही रखा है। जाहिर है कि मटौर से लेकर शिमला तक के मार्ग का सारा लेखा-जोखा नेशनल हाई-वे ने फोरलेन को सौंप दिया है। इसके तहत अब सड़क की मरम्मत और रखरखाव का पूरी तरह जिम्मा नेशनल हाई-वेज अथारिटी ऑफ इंडिया को मिल गया है। इसी बीच अब केंद्रीय मंत्रालय ने मट्टनसिद्ध-कंदरौर के हिस्से को नेशनल हाई-वे को वापस देने का निर्णय लिया है।

पांच हिस्सों में बनेगा फोरलेन

फोरलेन परियोजना के निदेशक ई. हरीश रावत का कहना है कि धर्मशाला-शिमला फोरलेन का निर्माण पांच हिस्सों में होगा। इसी प्रक्रिया के आधार पर थ्रीडी सर्वे और टेंडर कॉल किए गए हैं। इसके अलावा सड़क परियोजना का रखरखाव फोरलेन ही करेगा। ताजा आदेशों में मट्टनसिद्ध-कंदरौर के बीच के भाग को फिलहाल नेशनल हाई-वे को ही देखने को कहा है।