शिमला-धर्मशाला फोरलेन का थ्रीडी सर्वे शुरू, मटौर पहुंची टीम

निशानदेही के साथ लगेंगी बुर्जियां; मकान, पेड़ और जमीन के चप्पे-चप्पे की होगी पैमाइश

हमीरपुर— फोरलेन निर्माण के लिए थ्रीडी सर्वेक्षण आरंभ हो गया है। इस सर्वे में जमीन की निशानदेही के साथ बुर्जियां स्थापित होंगी। इसके तहत फोरलेन की जद में आने वाले मकान, पेड़ और जमीन के चप्पे-चप्पे की पैमाइश होगी। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि फोरलेन की चपेट में कुल कितने मकान और पेड़ आ रहे हैं और प्रभावितों को कितना मुआवजा देना पड़ेगा। थ्रीडी सर्वेक्षण के लिए परियोजना अधिकारी हरीश रावत की टीम मटौर पहुंची है। इसके अलावा डीपीआर टीम लीडर भट्टाचार्य का दल अभियान में जुट गया है। धर्मशाला-शिमला फोरलेन निर्माण के लिए पहला सर्वेक्षण जारी हो चुका है। इसके तहत जारी थ्री-ए नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया गया है कि मटौर से लेकर शिमला तक प्रस्तावित फोरलेन किन-किन गांवों से गुजरेगा। इस आधार पर अब ग्रामीण 30 दिन के भीतर अपनी आपत्तियां संबंधित एसडीएम कार्यालयों में दर्ज करवा सकते हैं। जाहिर है कि थ्री-ए की नोटिफिकेशन ‘दिव्य हिमाचल’ के 16 मार्च और 17 मार्च को प्रकाशित हुई है। इस आधार पर अगले 30 दिन तक ग्रामीण फोरलेन पर अपनी आपत्तियां दे सकते हैं। नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने इस प्रक्रिया के तुरंत बाद थ्रीडी सर्वेक्षण आरंभ कर दिया है। इस सर्वे में फोरलेन के दायरे में आने वाली जमीन की निशानदेही होगी। इसी कड़ी में मटौर से लेकर शिमला तक फोरलेन की जद में आने वाले पेड़ों की गिनती होगी। गिराए जाने वाले भवनों का खाका तैयार होगा। चप्पे-चप्पे की निशानदेही कर फोरलेन की लाइनमेंट में बुर्जियां स्थापित होंगी। नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने धर्मशाला-शिमला फोरलेन को पांच भागों में बांटा है। करीब 40 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग का अलग पैकेज तैयार करके टेंडर प्रक्रिया आयोजित हो रही है। इस प्रक्रिया में पहले चरण में मटौर से लेकर ज्वालामुखी तक 40 किलोमीटर सड़क मार्ग के निर्माण के लिए थ्री-ए के तहत नोटिफिकेशन जारी हुई है। इस पैकेज के लिए टेंडर भी कॉल कर लिए हैं। इसी आधार पर अब मटौर से लेकर ज्वालामुखी तक थ्रीडी सर्वेक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए इंजीनियरों का दल मटौर पहुंच गया है।

दो महीने चलेगा सर्वेक्षण

अगले दो माह तक युद्घ स्तर पर थ्रीडी सर्वेक्षण चलेगा। इस आधार पर एनएचएआई मटौर से-ज्वालामुखी तक फोरलेन के लिए थ्रीडी नोटिफिकेशन जारी करेगा। इसी बीच फोरलेन की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि फोरलेन का निर्माण कार्य अगले विधानसभा चुनावों से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा।