समसामयिकी

राज्यसभा चुनाव

राज्यसभा की 59 सीटों के चुनाव में 26 सीटों के लिए मतदान हुआ। उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए हुए मतदान के नतीजे आए , जिसमें बीजेपी ने नौ सीटों पर जीत हासिल की और एक सीट सपा की झोली में गई। एक सीट पर बसपा के भीमराव अंबेडकर और बीजेपी के अनिल अग्रवाल के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। बीएसपी विधायक अनिल सिंह ने मायावती को झटका देते हुए बीजेपी के पक्ष में मतदान किया, जिससे यह सीट बसपा के हाथ से निकल गई और बीजेपी के खाते में चली गई। राज्यसभा की 59 सीटों पर हुए चुनाव ने उच्च सदन राज्यसभा की तस्वीर को बहुत हद तक बदल दिया है। आंकड़ों के लिहाज से राजग ने हालांकि कांग्रेस पर भारी बढ़त बना ली है, मगर इसके बावजूद यह गठबंधन बहुमत से फिलहाल बहुत दूर है। इस चुनाव में भाजपा को 15 अतिरिक्त सीटें हाथ लगी हैं, जबकि राजग के सदस्यों की संख्या 76 से बढ़ कर 92 हो गई है। हालांकि सीटों का यह आंकड़ा उच्च सदन में बहुमत से 31 सीटें कम है। जिन 59 सीटों पर चुनाव का ऐलान हुआ था, उसमें से 26 सीटों पर उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। शुक्रवार को शेष 33 सीटों में उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की 5, कर्नाटक की 4, तेलंगाना की 3, झारखंड की 2 के साथ छत्तीसगढ़ और केरल की एक-एक सीट के लिए मतदान कराने के बाद नतीजे घोषित किए गए। इस चुनाव से पहले ही सीटों के मामले में भाजपा से पिछड़ चुकी कांग्रेस और पीछे चली गई है। उच्च सदन में उसके उम्मीदवारों की संख्या 54 से घट कर 45 पर आ गई है। चुनाव में यूपी, झारखंड और कर्नाटक में जम कर क्रॉस वोटिंग हुई। दरअसल यूपी और झारखंड में भाजपा ने अपने अतिरिक्त उम्मीदवार उतार कर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया। यूपी में बसपा, सपा और सुहेलदेव पार्टी में क्रॉस वोटिंग हुई। जबकि क्रॉॅस वोटिंग के कारण झामुमो ने अपने एक विधायक को निलंबित कर दिया। हालांकि भाजपा और राजग कांग्रेस पर बढ़त बनाने के बावजूद बहुमत हासिल नहीं कर पाई, मगर उच्च सदन में पार्टी पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में आ गई है। पार्टी अन्नाद्रमुक सहित कुछ अन्य कांग्रेस विरोधी दलों को साध कर बिल पारित कराने जैसे कामकाज आसानी से निपटा सकेगी।