अब फेसबुक पर नहीं रहा भरोसा

डाटा लीक प्रकरण के बाद सोशल मीडिया की साख गिरी है। फेसबुक को तो फेक बुक कहना सही रहेगा। खैर देखते सब कुछ हैं, लेकिन विश्वास नहीं करते। ये शब्द थे सोलन के युवाओं के। हालिया घटनाओं के बाद ‘दिव्य हिमाचल’ ने नौजवानों से सवाल किए । कई युवाओं का कहना है कि सोशल मीडिया अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का अच्छा साधन है, लेकिन कुछ शरारती तत्त्व इसका गलत इस्तेमाल करके लोगों को गुमराह करते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

तोमर सिंह, सोलन

सेफ नहीं रहा सोशल मीडिया

प्रवीन

सोलन के रहने वाले प्रवीण ने कहा कि बीते कई वर्षाें से फेसबुक पर बहुत से लोगों का डाटा लीक हुआ है। ऐसे में अब वह अपने बारे में कोई भी जानकारी फेसबुक पर डालने से कतराते हैं। उन्होंने कहा कि अब सोशल मीडिया पूरी से सुरक्षित नहीं रहा है और अब वह सोशल मीडिया न चलाने के बारे में सोच रहे हैं।

फेसबुक पर विश्वास नहीं

अमित

सोलन कालेज में पढ़ने वाले अमित कुमार ने कहा कि अब डाटा लीक होना आम बात हो गई है, जिसका खामियाजा  कई युवाओं को अपनी जान देकर भी चुकाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अब सोशल मीडिया पर आप किसी का भी भरोसा नहीं कर सकते हैं।

फेसबुक का गलत प्रयोग

अशोक

अशोक राजन ने कहा कि उन्होंने अभी जमा दो के पेपर दिए हैं, लेकिन पेपर लीक होना भी सोशल मीडिया पर एक प्रश्न चिन्ह लगता है कि यह कितना सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि फेसबुक  तकरीबन सभी लोग चलाते हैं, लेकिन कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल करते हैं।

लड़कियों के लिए सुरक्षित नहीं

अंकिता

प्राइवेट कंपनी में कार्यरत अंकिता शर्मा ने कहा कि अब कुछ लोगों ने ऐसे सोफ्टवेयर का निर्माण कर लिया है, जो कि दूसरों के कम्पूयटर से डाटा आसानी से चुरा लेते हैं व उसका गलत प्रयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिए फेसबुक पहले से ही कभी भी सुरक्षित नहीं रही है।