एथेनॉल बनाने के लिए बेचें पराली

गुरुग्राम — केंद्रीय भूतल एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों से गेहूं और धान की पराली न जलाने तथा इसे एथेनॉल बनाने हेतु कंपनियों को बेच कर मुनाफा कमाने की सलाह दी है। श्री गडकरी ने सोमवार को एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि पराली से एथेनॉल बनता है, जिसे पेट्रोल-डीजल में मिलाकर वाहनों में डाला जाता है। उन्होंने कहा कि एक टन पराली से लगभग 280 लीटर एथेनॉल बनता है, जो एक ग्रीन ईंधन है। किसान पराली बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। यह प्रयोग महाराष्ट्र के नागपुर में सफलता से चल रहा है जहां पर पेट्रोल-डीजल में 25 प्रतिशत एथेनॉल मिलाकर वाहनों से होने वाले प्रदूषण के स्तर को कम किया गया है।