घाटी में सेब की फसल पर मौसम भारी

पतलीकूहल —घाटी में जिस तरह से मौसम का कड़क मिजाज बना हुआ है उससे बागबानों सुख चैन उड़ने लगा है। बागबान पहले ही नाशपाती व प्लम की फसल को लेकर चिंतित हैं वहीं पर सेब की फसल पर मौसम का मिजाज भारी पड़ने लगा है। पिछले करीब एक सप्ताह से भी ऊपर मौसम जिस तरह से करवट ले रहा है उससे सेब की सैंटिंग प्रभावित हुई है। लोगों ने जिस बंपर फसल की आशा लगाई हुई थी वह मौसम के आगे धराशायी हो रही है। घाटी में ऊंचे क्षेत्रों में अभी फूल खिलने की अवस्था चल रही थी मगर कड़क मौसम के आगे फूल मुरझाने पर विवश है, जिससे बागबानों की आर्थिकी प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो गई है। मौसम का कड़क मिजाज ओलावृष्टि को भी दावत दे रहा है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई है। शुक्रवार को सुवह से ही मौसम का मिजाज तापमान को गिराता रहा और ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी रहा। वहीं निचले क्षेत्रों में वर्षा की बौछारों का दौर रहा, जिससे अत्यधिक ठंड से लोग आग जलाने पर मजबूर हो गए। बागबान खेखराम नेगी ने बताया कि बागबान पहले ही प्लम व नाशपाती की फसल के नाममात्र होने से परेशान है वहीं पर सेब की फसल पर मौसम कड़क मिजाज इस फसल के धराशायी होने से सकते में हैं। हांलाकि कई क्षेत्रों में सेब की फसल अच्छी है मगर जिन क्षेत्रों में सेब के बागानों में फूल की बहार चल रही थी वह मौसम के कड़क तेवर के आगे सिकुड़ने पर मजबूर हो गया है। क्षेत्र में जिन बागबानों के नाशपाती व प्लम के बागान अधिक है उन्हें इस बार भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं पर सेब पर मौसम का मिजाज जिस तरह से कहर बरपा रहा है उससे फलदार फसल को भारी क्षति हो रही है।

अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत  मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!