चंबा का नवासीधार मॉडल हिल टाउन

केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने राज्य सरकार को दिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश

शिमला— केंद्र सरकार ने चंबा जिला के मैहला में मॉडल हिल टाउन की संभावनाएं तलाशने को कहा है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने हिमाचल सरकार को नवासीधार में इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। मणिपुर के पूर्व राज्यपाल एआर कोहली के प्रस्ताव पर यह कार्रवाई शुरू हुई है। इस आधार पर प्रदेश सरकार ने पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन चंबा से संयुक्त रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने कहा है कि एआर कोहली मैहला की नवासीधार में अपनी निजी भूमि मॉडल हिल टाउन के लिए देने को तैयार हैं। इसके अलावा मौके पर पर्याप्त भूमि मौजूद है। पर्यटन की दृष्टि से बेहद खूबसूरत नवासीधार देशभर के पर्यटकों की पसंद बन सकती है। प्रस्ताव में कहा गया है कि 500 बीघा जमीन में देश का आलीशान मॉडल हिल टाउन स्थापित हो सकता है। इस प्रोजेक्ट के लिए निजी निवेशकों को भी राज्य सरकार अपनी तरफ आकर्षित कर सकती है। बहरहाल, राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट की संभावनाएं तलाशने के लिए पर्यटन विभाग को निर्देश जारी किए हैं। इसी कड़ी में अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन) मनीषा नंदा ने चंबा जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा उन्होंने पर्यटन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोक्टा को भी ऑन दि स्पॉट विजिट कर संभावनाएं तलाशने को कहा है। चंबा जिला देश के पिछड़े जिलों में शूमार है। दशकों से इस दुर्गम जिला में सीमेंट उद्योग स्थापित करने की कवायद चल रही है। घोषणाओं और चुनावी वादों में सिमटे चंबा सीमेंट प्लांट के बीच अब इस जिला के लिए मॉडल हिल टाउनशिप का नया तोहफा मिल रहा है।

धारा-118 प्रोजेक्ट में बनेगी बाधा

हालांकि इसके लिए पर्याप्त जमीन के अलावा भूमि चयन की अड़चनों पर भी पार पाना होगा।  धारा-118 की जटिलता भी इस मेगा प्रोजेक्ट में बाधा बन सकती है। इसके बाद निवेशकों के रुख पर मॉडल हिल टाउन का भविष्य निर्भर रहेगा। पूर्व राज्यपाल के प्रस्ताव के आधार पर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने मैहला की नवासीधार में मॉडल हिल टाउन की संभावनाएं तलाशने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।

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