टीएमसी ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट

एसआरएल में एचआईवी की गलत रिपोर्ट बनाने का मामला

टीएमसी — डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा स्थित अस्पताल की एसआरएल में एचआईवी पीडि़त व्यक्ति की गलत रिपोर्ट बनाने के मामले में अस्पताल प्रशासन ने जांच पूरी कर सरकार को सौंप दी है। फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं किया जा रहा है कि रिपोर्ट में क्या है। अस्पताल प्रशासन भी इस मामले में कुछ भी बोलता हुआ नजर नहीं आ रहा है। वहीं अस्पताल के डाक्टरों सहित अन्य स्टाफ के लोग यह जानने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं कि आखिर रिपोर्ट में क्या लिखा गया है, क्योंकि अस्पताल में आने वाले अधिकतर मरीजों के टेस्ट एसआर लैब में ही होते हैं। सूत्रों की मानें तो इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। इस लैब में आए दिन इस तरह के वाकया सामने आते रहते हैं, लेकिन कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं होता। बताते हैं कि अभी हाल ही में इस लैब में की गई ब्लड की रिपोर्टिंग में एक व्यक्ति का एचबी 20 बता दिया गया था। डाक्टर भी इस रिपोर्ट को देखने के बाद हैरान हो गए थे, बाद में सरकारी लैब से टेस्ट करवाया गया था, तो मरीज का एचबी 10 आया था। चार दिन पहले अस्पताल में ही सेवाएं देने वाले एक वार्ड ब्वॉय की प्रेगनेंट पत्नी का ब्लड गु्रुप  एसआरएल की रिपोर्ट में गलत बता दिया गया था।  इसी तरह 31 साल के युवक की एचआईवी की गलत रिपोर्टिंग करते हुए नेगेटिव को पॉजिटिव बता दिया गया था। बताते चलें कि पिछले दिनों टांडा अस्पताल में उपचाराधीन 45 वर्षीय एक मरीज की एसआर लैब ने एचआईवी की गलत रिपोर्टिंग कर दी थी। पॉजिटिव मरीज को लैब की रिपोर्ट में नेगेटिव बताया गया था। बाद में जब सरकारी लैब (आईसीटीसी) में मरीज का सैंपल लेकर जांच की गई, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अगले दिन मामला सरकार के ध्यान में पहुंचा था। डायरेक्टर हैल्थ सर्विस की ओर से टांडा अस्पताल प्रशासन को इस मामले में जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। टांडा अस्पताल प्रशासन की ओर से एसआरएल वालों से पूछताछ कर रिपोर्ट बनाई गई है, लेकिन रिपोर्ट को उजागर नहीं किया जा रहा।

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