तेज रफ्तार बन रही जान की दुश्मन

इस साल 725 हादसों में 257 की मौत, बदहाल सड़कें भी एक्सीडेंट की वजह

 शिमला— राज्य में सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। हर रोज प्रदेश के किसी न किसी हिस्से में सड़क हादसे हो रहे हैं। राज्य में इस साल अब तक 725 सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें 257 जानें गई हैं, जबकि 1266 इन हादसों में घायल हुए हैं। राज्य में हादसों के मामले में जिला शिमला दूसरे स्थान पर है। इस साल अब तक तक 112 सड़क हादसे हो चुके हैं। हादसों की सबसे बड़ी वजह जहां मानवीय लापरवाही है वहीं कुछ हद तक खराब सड़कें भी इसके कारण हैं।  प्रदेश में सड़क हादसों की रफ्तार बढ़ रही है, वहीं शिमला जिला हादसों के मामले में काफी आगे है। शिमला जिला की भोगौलिक स्थिति जटिल है, इसके चलते यहां हादसों की संभावना वैसे भी अधिक रहती है। प्रदेश में सड़क हादसों के आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल अब तक राज्य में 725 सड़क हादसे हो चुके हैं। इन हादसों में 1266 लोग घायल हुए हैं, जबकि 257 मौतें हुई हैं। हालाकि हादकों की संख्या के मामले में कांगड़ा जिला सबसे आगे हैं। यहां इस साल सबसे ज्यादा 133 सड़क हादसे हो चुके हैं।  इसके विपरीत शिमला जिला कांगड़ा से छोटा है, लेकिन यहां हादसों की तादाद काफी ज्यादा है। इस साल अब तक शिमला जिला में 112 सड़क हादसे हो चुके हैं। इस तरह शिमला जिला प्रदेश में होने वाले कुल हादसों की लिहाज से दूसरे स्थान पर है। वहीं तीसरे स्थान पर मंडी जिला है, यहां एक साल अब तक 104 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं अन्य जिलों की बात की जाए तो बीबीएन में इस साल अब तक 33 सडक हादसे हुए हैं। बिलासपुर में 49, चंबा में 39, हमीरपुर में 37 हादसे इस साल अब तक हो चुके हैं।  सिरमौर में 67 सड़क हादसे, सोलन में 51 सड़क हादसे और ऊना जिला में 62 सड़क हादसे इस साल अब तक हो चुके हैं। कुल्लू जिला में 28 हादसे हुए हैं, जबकि किन्नौर में आठ सड़क हादसे साल हुए हैं।

जिलावार हादसे

कांगड़ा    133

शिमला    112

मंडी       104

बीबीएन   33

बिलासपुर 49

चंबा       39

हमीरपुर   37

सिरमौर    67

सोलन     51

ऊना       62

कुल्लू      28

किन्नौर    08

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