स्वास्थ्य सुविधाएं और होंगी बेहतर

मुख्यमंत्री ने इंटरनेशनल रेडियोलॉजी आउटरीच’ कार्यक्रम में गिनाई प्राथमिकता

शिमला— राज्य सरकार प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ करेगी। जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार स्वास्थ्य संस्थानों में हर सुविधा जुटाएगी। स्वास्थ्य संस्थानों में प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ के सभी पदों को भरने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, ताकि प्रदेश के लोग स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की कमी के चलते परेशान न हों।  यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को आईजीएमसी शिमला के रेडियो-डायग्नोसिस विभाग द्वारा आयोजित ‘इंटरनेशनल रेडियोलॉजी आउटरीच’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सकों तथा पैरा-मेडिकल स्टॉफ के सभी पदों को भरने के लिए प्रतिबद्ध है ।  उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में नौ करोड़ रुपए की लागत की डिजिटल सबट्रैक्शन एन्जियोग्राफी मशीन स्थापित की जा रही है, जिसके लिए शेष 1.50 करोड़ रुपए की राशि सरकार प्रदान करेगी। मशीन के लिए अस्पताल प्रशासन स्वयं 7.50 करोड़ खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि रोगियों को सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से विभाग में शीघ्र ही ‘सी-आर्म’ भी प्रदान की जाएगी, जिसकी लागत 60 लाख के करीब है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि टांडा मेडिकल कालेज में स्टाफ की कमी के चलते अनुपयोगी पड़ी 23 करोड़ रुपए की लिनियर एक्यूलेटर को क्रियाशील बनाने के लिए तुरन्त आवश्यक स्टाफ की भर्ती की जाएगी।   इसके उपरांत, मुख्यमंत्री ने 56.20 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित हो किए जाने वाले नए ओपीडी भवन के निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को तय समय सीमा में इस कार्य को पूर्ण करने के आदेश दिए। स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य के स्वास्थ्य तथा शैक्षणिक संस्थानों में पर्याप्त अधोसंरचना तथा स्टाफ प्रदान कर इनके सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिलासपुर जिले के कोठीपुरा में निर्मित हो रहे एम्स अस्पताल के लिए 1351 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।

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