दूसरे दिन अस्पताल पहुंचे 200 मरीज

रामनगर-श्यामनगर को सप्लाई हो रहे पानी में गंदगी के कण

 धर्मशाला— स्मार्ट सिटी धर्मशाला के श्यामनगर-रामनगर और बड़ोल में लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग में तैनात डाक्टर और स्टाफ भी डायरिया की चपेट में आ गए हैं। धर्मशाला के रामनगर, श्यामनगर सहित आस-पास के क्षेत्रों में अधिकतर कर्मचारियों और छात्रों की रिहायश है।  धर्मशाला के अधिकतर क्षेत्रों में रामनगर, श्यामनगर, दाड़ी, गमरू, चरान, दाड़ी और बड़ोल क्षेत्र में दूषित पानी की आ रही सप्लाई परेशानी का कारण बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने पीने के पानी में गंदे कण और कफ बनने की शिकायत भी आईपीएच विभाग से की है। गुरुवार को ओपीडी में 200 से अधिक मामलों के पहुंचने के साथ-साथ आपातकाल में ही डायरिया के 50 के करीब मामले पहुंचे हैं। इतना ही नहीं अब डायरिया की समस्या और विकराल होते हुए लोगों को अपना निशाना बना रही है। क्षेत्र के सैकड़ों लोग डायरिया से प्रभावित हुए है, जिसमें बच्चों के ग्रसित होने के अधिक मामले हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग डायरिया की समस्या से निपटने के लिए कड़े प्रयास शुरू कर दिए हैं। विभाग ने पांच टीमों का गठन किया है, इसके साथ ही आंगनबाड़ी वर्कर और आशा वर्कर के माध्ययम से भी प्रभावित लोगों तक दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं।  अब नगर निगम धर्मशाला के अन्य क्षेत्रों भी लोग पानी को लेकर अलर्ट हो गए हैं। वहीं सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग अभी भी दूषित आ रहे पानी को रोकने में कामयाब नहीं हो पाया है। हालांकि विभाग ने पानी के टैंकों की सफाई कर दी है, लेकिन स्थानीय लोगों ने विभाग को मुस्तैदी के साथ पानी में मिल रही गंदगी को सही तरीके से रोकने की मांग उठाई है। उधर लापरवाह बने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग ने भी हरकत में आकर पेयजल टैंकों की सफाई की है।

अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत  मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!