निपाह वायरस से सहमा सिरमौर, अलर्ट जारी

नाहन के बर्मापापड़ी पाठशाला परिसर में एक दर्जन चमगादड़ों की मौत से दहशत

नाहन— केरल में निपाह वायरस से एक दर्जन लोगों की मौत के बाद देश के अन्य हिस्सों के लोग भी सहम गए हैं। खास कर उन क्षेत्रों के लोग जहां सूअर और चमगादड़ पाए जाते हैं। सिरमौर के नाहन विकास खंड के बर्मापापड़ी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दर्जनों मरे हुए चमगादड़ों का ढेर मिलने से सनसनी फैल गई है। बुधवार को सुबह जब स्कूल खुला और परिसर में लगे पेड़ों के आसपास छात्रों व शिक्षकों ने मरे चमगादड़ों को देखा तो सभी चकित रह गए। पहले तो शिक्षकों ने इसे हल्के में लिया, मगर जब कुछ देर बाद स्कूल के मुखिया और शिक्षक आए तो उनमें से एक शिक्षक ने बताया कि चमगादड़ और सूअर से निपाह वायरस फैलता है। लोगों ने यह खबर मीडिया तक पहुंचाई और जिला प्रशासन व संबंधित विभागों को सूचना दी। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य, पशुपालन विभाग व वाइल्ड लाइफ विंग व वन विभाग समेत करीब आधा दर्जन विभागों के अधिकारी मोके पर पहुंचे।  वैटरिनरी डिप्टी डायरेक्टर डा. नीरू शबनम ने बताया कि पोस्टमार्टम के लए मरे हुए चमगादड़ों के सैंपल ले लिए हैं, जिन्हे जांच के लिए भोपाल की हाई सिक्योरिटी लैब में भेजा जाएगा। मरे हुए चमगादड़ों का पोस्टमार्टम कर उनको वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा डिस्पोज किया गया है। उधर, सीएमओ सिरमौर डाक्टर संजय शर्मा ने बताया कि विभाग की टीम ने बर्मापापड़ी स्कूल में जाकर शिक्षकों, ग्रामीणों और छात्रों को निपाह वायरस को लेकर जागरूक किया है। यदि कोई चमगादड़ मृत पाया जाता है तो उसे बिना दस्ताने हाथ न लगाएं और मुंह को कपड़े से ढक लें। निपाह वायरस का कोई  भी मामला प्रदेश में नहीं है। फिलहालए इस वायरस से निपटने के लिए किसी तरह का वैक्सीन नहीं है। वायरस वास्तव में सबसे पहले चमगादड़ों में आता है। इसके बाद यह फलों तक पहुंचता है और फिर इनसानों तक।

उपायुक्त बोले, डरने की जरूरत नहीं

उपायुक्त ललित जैन ने कहा कि बर्मापापड़ी में चमगादड़ों के मरने से किसी भी प्रकार के संक्रमण फैलने की प्रथम दृष्टया में कोई संभावना नहीं पाई गई है। लोगों भयभीत न हों। सहायक उपायुक्त एसएस राठौर की अध्यक्षता में एक टीम को मौके पर भेजा गया है, जिसने मामले की जांच की है।

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