बिजली की तारों में फंसे पायलट

खराब मौसम में पैराग्लाइडिंग पड़ी महंगी, टांग-बाजू फ्रैक्चर

बैजनाथ – पैराग्लाइडिंग के लिए विश्वविख्यात घाटी बिलिंग में रविवार शाम को आई तेज हवाओं के कारण दो पायलट 11 केवी बिजली की तारों में उलझ गए। इस हादसे में पायलटों को ज्यादा चोटें तो नहीं आई हैं, लेकिन खराब मौसम में पैराग्लाइडिंग करने से बाज न आने का खामियाजा कभी भी भुगतना पड़ सकता है। 11 केवी की चपेट में आने के बाद बीड़ के इलाके में बिजली गुल हो गई थी। जानकारी के अनुसार रविवार को करीब चार बजे के बाद मौसम खराब हो गया था। इन पायलटों ने इससे कुछ समय पहले ही बिलिंग से उड़ान भरी थी, लेकिन लैंडिंग से पहले ही तेज हवा के कारण एक पायलट क्योर में तथा दूसरा पायलट चौगान में इन तारों में उलझ गए। हादसे में उनकी टांग व बाजू में फै्रक्चर हुआ है। कुछ दिन पहले भी तेज तूफान में इसी घाटी में एक दर्जन टेंडम पायलट फंस गए थे। इसमें से अधिकतर को पेड़ों या अन्य जगह पर लैंडिंग करनी पड़ी थी। प्रशासन ने इसके लिए एक कमेटी का गठन तो किया था तथा एसडीएम स्वयं इस कमेटी के चैयरमैन बने हैं, लेकिन खराब मौसम में पायलट उड़ान न भरे व अपने साथ दूसरे की जिदंगी को भी दांव पर न लगाए, इसके लिए बनाई गई कमेटी का भी कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा, क्योंकि करीब दस दिन में ही खराब मौसम में बिलिंग से उड़ान भरने का यह दूसरा मामला सामने आ गया है। प्रशासन का कहना है कि रविवार को अचानक आई तेज हवाओं के कारण यह घटना हुई। लेकिन क्या जब भी बिलिंग से फ्लाइंग की जाती है, तो क्या यह चैक नहीं किया जाता कि मौसम कैसा रहेगा। एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि रविवार को दो पायलट बिजली की तारों में उलझ गए थे। अचानक खराब हुए मौसम के कारण यह हादसा हुआ है।

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