बैंटनी कैसल बताएगा हिमाचल का अतीत

सीएम बोले, ऐतिहासिक धरोहर भवन में लगेगा म्यूजिकल फाउंटेन

शिमला— मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला का ऐतिहासिक बैंटनी कैसल भवन हिमाचल का इतिहास सुनाएगा। इस प्राचीन धरोहर में म्यूजिकल फाउंटेन शो आयोजित किए जाएंगे। इस माध्यम से पर्यटक शिमला के अतीत और इतिहास को जान सकेंगे। सीएम ने कहा कि इस सफल प्रयोग के बाद हिमाचल की दूसरी प्राचीन धरोहरों को इस सुविधा से जोड़ा जाएगा। इसके चलते शिमला के बैंटनी कैसल भवन में शिमला समझौते से लेकर माल रोड तथा ब्रिटिश हुकूमत की कहानियां हर रोज सुनी जा सकती हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि पोर्ट ब्लेयर में दशकों पुराना एक वृक्ष है और वहां म्यूजिकल फाउंटेन के माध्यम से अंडमान निकोबार द्वीप समूह के अतीत की कहानियां सुनाई जाती हैं। लिहाजा बैंटनी कैसल की धरोहर को इस सुविधा से जोड़ कर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला स्थित बैंटनी कैसल का 25 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कर पर्यटन के मुख्य आकर्षण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गुरुवार को भाषा कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा पांच दिवसीय राज्य स्तरीय ग्रामीण शिल्प मेले के उद्घाटन समारोह पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बैंटनी कैसल शिमला शहर का एक ऐतिहासिक एवं धरोहर भवन है, जिसका समृद्ध इतिहास है। इस परिसर को संपूर्ण रूप से विकसित कर पर्यटकों के आकर्षण का ही नहीं, बल्कि प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का केंद्र भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह भवन न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि एंग्लो-गोथिक वास्तुकला का सुंदर उदाहरण भी है। यह भवन मालरोड पर स्थित होने के कारण पर्यटकों के लिए और भी आकर्षण का केंद्र होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंटनी कैसल में ग्राम शिल्प मेला आयोजित कर एक नई शुरुआत की गई है, जिसमें प्रदेश के विभिन्न भागों के शिल्पकारों को अपने वास्तुशिल्प प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ है। प्रदेश के प्रत्येक जिला की अपनी अलग पहचान है और प्रदेश सरकार शिल्पकारों को उनके उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध करवाने के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाएगी। सरकार जिला स्तरीय ग्राम शिल्प मेलों के आयोजन के अतिरिक्त अंतर-राज्य ग्राम शिल्प मेलों का भी आयोजन करेगी, ताकि प्रदेश की वास्तुकला को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्राम शिल्प मेलों में प्रदेश के सभी जिलों के वास्तुकार भाग लेंगे और यह हम सभी का दायित्व बनता है कि प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा दें।

अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर-  निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!